श्रीडूंगरगढ टुडे 9 जुलाई 2025
आचार्य भिक्षु के 300वें जन्म व 268वें बोधि दिवस पर साध्वी संगीतश्री जी व साध्वी डॉ परमप्रभा जी के सानिध्य में मालू भवन में धम्म जागरणा का कार्यक्रम रखा गया।तेयुप अध्यक्ष विक्रम मालू ने बताया आचार्य भिक्षु जैन धर्म के तेरापंथ संप्रदाय के संस्थापक एवं प्रथम आचार्य थे। उन्होंने आध्यात्मिक क्रांति के प्रारंभिक चरण में 13 संतों 13 अनुयायियों और 13 बुनियादी नियम था। “तेरापंथ” नाम इस संयोग का परिणाम है। मंत्री पीयूष बोथरा ने बताया कार्यक्रम के अंतर्गत साध्वीश्री जी द्वारा गीतिका की शुरुआत की गई।भव्य भक्ति संध्या का मुख्य आकर्षण रहे भजन मंडली प्रभारी सुमित बरडिया ने अपने मधुर गीतों से समा बांधा,साथ ही झाबक बंधु,मनोज डागा, समाज के श्रावक श्राविकाए,तेरापंथ युवक परिषद, तेरापंथ किशोर मंडल, श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा, तेरापंथ महिला मंडल, तेरापंथ कन्या मंडल,अणुव्रत समिति आदि के सदस्य उपस्थित रहे,कार्यक्रम के पश्चात परिषद ने सभी का आभार ज्ञापन किया एवं मंगल पाठ सुना।
