श्री डूंगरगढ़ टुडे 26 जुलाई 2025
बीकानेर के पीबीएम अस्पताल के क्षय एवं श्वसन रोग विभाग में अब मरीजों को ऑक्सीजन की सुविधा और बेहतर मिलेगी सेवाकार्यों मे वर्षों से सतत सेवारत शहर की अग्रणी संस्था नागरिक विकास परिषद, श्रीडूंगरगढ़ द्वारा धर्मचंद्र भीखमचंद पुगलिया चेरिटेबल ट्रस्ट कोलकाता / श्रीडूंगरगढ़ के आर्थिक सौजन्य से क्षय व शवसन रोग विभाग पीबीएम अस्पताल, बीकानेर के दोनों सेक्शन मे ऑक्सीजन आपूर्ति लाइन लगवाई है। इस जनहितकारी परियोजना का लोकार्पण शनिवार को एक गरिमामय समारोह में किया गया कार्यक्रम नागरिक विकास परिषद के तत्वावधान में हुआ, जिसमें शहर के कई प्रमुख जनप्रतिनिधि और समाजसेवी शामिल हुए। आर्थिक सौजन्यकर्ता भीखमचंद पुगलिया, लोकार्पणकर्ता देवकिशन चाण्डक, समारोह अध्यक्ष रिद्धकरण लूणिया, मुख्य अतिथि डॉ. सुरेंद्र कुमार, स्वागताध्यक्ष डॉ. माणक गुजरानी, सन्त छैलबिहारी, समिति अध्यक्ष जगदीश स्वामी, प्रेरक श्रीगोपाल राठी और मंत्री ललित कुमार बाहेती मंच पर मौजूद रहे। लोकार्पणकर्ता बीकानेर के समाज सेवी, धर्म प्रेमी भामाशाह, गौ भक्त देव श्री के नाम से सुविख्यात श्री देवकिशन चांडक ने पुगलिया ट्रस्ट और परिषद के इस जनोपयोगी कार्य की खूब सराहना की। कार्यक्रम की शुरुआत मां भारती के चित्र पर पुष्प माला अर्पित कर की गई। मंचस्थ अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन किया और शिला पट्ट का लोकार्पण किया। इस अवसर पर निर्मल पुगलिया, डॉ. नोरंग महावर, कांति कुमार पुगलिया, रामदेव बोहरा, सत्यदीप भोजक, दीनदयाल तावनिया, एडवोकेट जगदीश भाम्भू, मालचंद सिंघी सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।संत छैलबिहारी ने अपने संबोधन में कहा कि “समाज सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं, और जो व्यक्ति दूसरों की पीड़ा को हरता है, वही सच्चा वैष्णव है।” उन्होंने अस्पतालों में जीवन रक्षक व्यवस्थाएं उपलब्ध कराने को सबसे बड़ा पुण्य बताया। ट्रस्ट के प्रधान ट्रस्टी, आर्थिक सौजन्यकर्ता, विभिन्न संस्थानो के पदाधिकारी, प्रमुख भामाशाह, श्रेष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता, विनम्र और शालीन स्वभाव के धनी श्री भीखमचंद पुगलिया ने अपने उदगार प्रकट करते हुए कहा कि व्यक्ति के पास धन के साथ समाज हितार्थ मन से विसर्जन का भाव भी होना अति आवश्यक है और तभी मानव जीवन कि सार्थकता है उन्होंने इस पुण्य कार्य मे उन्हें सहभागी बनाने पर परिषद का व अस्पताल का आभार जताया.। मुख्य अतिथि सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक के अधीक्षक डॉ संजीव बुरी ने इस सेवा कार्य को रोगियों के लिए अति उपयोगी बताया..। बाल संत छैल बिहारी जी ने अपने आशीर्वाद और मंगल उदबोधन दिया.। स्वागत उदबोधन परिषद के अध्यक्ष जगदीश प्रसाद स्वामी ने रखा जिसमे उन्होंने परिषद की स्थापना से ले कर अब तक संचालित स्थायी और अस्थायी गतिविधियों की जानकारी दी। इस प्रोजेक्ट के मुख्य सूत्रधार, प्रेरणास्त्रोत, प्रेरक श्रीगोपाल राठी जो परिषद के निवर्तमान अध्यक्ष, मंत्री पद पर अपनी सेवाये दे चुके है ने इस सेवा गतिविधि के बारे मे विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि गंभीर रूप से स्वसन रोग से पीड़ित रोगी को यह सेवा निश्चित रूप से उसे राहत देगी उन्होंने समारोह अध्यक्ष, लोकार्पण कर्ता आर्थिक सौजन्यकर्ता, मुख्य अतिथि, सभी चिकित्स्कों, प्रबुद्धजनों का हृदय से आभार जताया.। क्षय व स्वसन रोग विभाग अध्यक्ष डॉ मानक गुजरानी जिनके निर्देशन, देखरेख मे ये सारा कार्य संपादित हुआ, ने इस सेवा कि महत्ती उपयोगिता पर प्रकाश डाला। वरिष्ठ साहित्यकार सत्यदीप ने भी जीवन की सार्थक उपयोगिता के बारे बताया कार्यक्रम का संचालन हुए परिषद उपाध्यक्ष विजयराज सेवग ने चिकित्सा क्षेत्र मे सेवारत सेवा दूतो के सेवाकार्य की प्रसंशा करते हुए कहा, वो ढूंढते रह गए, कभी मंदिर कभी मस्जिद मे, पार उन्हें ये कौन बताये, मुरादें तो अस्पतालों ज्यादा मांगे जाते है, मत आजमा इनकी सहनशीलता को, है नासमझ इंसान, क्योंकि, खुदा भी इनके अहसानमंद रहते है। मंचस्थ अतिथियों का निर्मल पुगलिया, कांति पुगलिया, राजू हीरावत, रामदेव बोहरा रामकिशन राठी, मांगीलाल राठी, विशाल स्वामी, सुरेश भादानी, जगदीश प्रसाद भाम्बू एडवोकेट, सत्यनारायण स्वमी, बजरंग पारीक, रणवीर सिंह खींची, तेरापंथ भवन धोलिया नोहरा के मंत्री मालचंद सिंघी, देव किशन पेड़ीवाल सभी का माल्यार्पण, शाल और प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मान किया. इस अवसर पर एस पी मेडिकल कॉलेज बीकानेर के पूर्व वाइस प्रिंसिपल डॉ नोरंग महावर ने श्रीडूंगरगढ़ को भामाशाहो की जन्मभूमि बताया. इस अवसर पर प्रेम बुच्चा, मेघराज टाक, त्रिलोक गहलोत शाकद्विपी ब्राह्मण महासभा के सचिव संजय शर्मा, डॉ संतोष चांडक, डॉ राजीव सौगात, डॉ मदान गोपाल भटड़ रमेश शर्मा, परिषद के कौशाध्यक्ष बालकिशन, नरेन्द्र सिद्ध मोहनलाल जाखड़ ठेकेदार, अशोक दर्जी, मनमोहन राठी रामावतार सारस्वत, झूमर गहलोत, आदि बड़ी सँख्या मे प्रबुद्धजन समारोह मे शामिल हुए. परिषद के मंत्री ललित कुमार बाहेती ने सभी का आभार जताया समारोह की अध्यक्षता तेरापंथ भवन उपरलो के पूर्व अध्यक्ष, प्रसिद्ध भामाशाह, सक्रिय कार्यकर्ता श्री रिधकरण लूणीया ने की श्री लूणीया ने परिषद और भीखमचंद जी पुगलिया के इस सेवा कार्य को महान पुनीत कार्य बताया।



