श्रीडूंगरगढ टुडे 28 जुलाई 2025
पंचांग का अति प्राचीन काल से ही बहुत महत्त्व माना गया है। शास्त्रों में भी पंचांग को बहुत महत्त्व दिया गया है और पंचाग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना गया है। पंचांग में सूर्योदय सूर्यास्त, चद्रोदय-चन्द्रास्त काल, तिथि, नक्षत्र, मुहूर्त योगकाल, करण, सूर्य-चंद्र के राशि, चौघड़िया मुहूर्त दिए गए हैं।
🙏जय श्री गणेशाय नमः🙏
🙏जय श्री कृष्णा🙏
🕉️आज का पंचांग-28.07.2025🕉️
✴️दैनिक गोचर राशिफल सहित✴️
🕉️ शुभ सोमवार – 🌞 – शुभ प्रभात् 🕉️
74-30💥मध्यमान💥75-30
(केतकी चित्रापक्षीय गणितानुसारेण निर्मितम्)
आज विशेष
भगवान् श्री शिवशंकर और बिल्वपत्र का
महत्व इतिहास संकलन और अर्पण विधान
दैनिक पंचांग विवरण
आज दिनांक………………….28.07.2025
कलियुग संवत्………………………….5127
विक्रम संवत्………………………….. 2082
शक संवत्…………………………….. 1947
संवत्सर…………………………. श्री सिद्धार्थी
अयन…………………………………..दक्षिण
गोल………………………. …………….उत्तर
ऋतु……………………………………… वर्षा
मास………………………………….. .श्रावण
पक्ष……………………………………. .शुक्ल
तिथि…….चतुर्थी. रात्रि. 11.25 तक / पंचमी
वार………………………………….. सोमवार
नक्षत्र..पू.फाल्गु. अपरा. 5.36 तक /उ.फाल्गु.
चंद्रराशि…… सिंह. रात्रि. 12.00 तक / कन्या
योग…………परिघ. रात्रि. 2.53* तक / शिव
करण……………. वणिज. प्रातः 10.58 तक
करण…… विष्टि(भद्रा)रात्रि.11.25 तक / बव
नोट-जिस रात्रि समय के ऊपर(*) लगा हुआ हो
वह समय अर्द्ध रात्रि के बाद सूर्योदय तक का है।
विभिन्न नगरों के सूर्योदय में समयांतर मिनट
दिल्ली -10 मिनट———जोधपुर +6 मिनट
जयपुर -5 मिनट——अहमदाबाद +8 मिनट
कोटा – 5 मिनट————-मुंबई +7 मिनट
लखनऊ – 25 मिनट——बीकानेर +5 मिनट
कोलकाता -54 मिनट–जैसलमेर +15 मिनट
सूर्योंदयास्त दिनमानादि-अन्य आवश्यक सूची
सूर्योदय…………………. प्रातः 5.57.48 पर
सूर्यास्त…………………..सायं. 7.17.49 पर
दिनमान-घं.मि.से……………….. 13.20.01
रात्रिमान………………………….10.40.27
चंद्रोदय………………….. 9.06.05 AM पर
चंद्रास्त………………….. 9.43.35 PM पर
राहुकाल….प्रातः 7.38 से 9.18 तक(अशुभ)
यमघंट..पूर्वा. 10.58 से 12.38 तक(अशुभ)
गुलिक.. अपरा. 2.18 से 3.58 (शुभे त्याज्य)
अभिजित…….. मध्या.12.11 से 1.04(शुभ)
पंचक…………………………….आज नहीं है।
हवन मुहूर्त…………………………… आज है।
दिशाशूल…………………………… पूर्व दिशा
दोष परिहार……..दूध का सेवन कर यात्रा करें
🌄
विशिष्ट काल-मुहूर्त-वेला परिचय🌄
अभिजित् मुहुर्त – दिनार्द्ध से एक घटी पहले और एक घटी बाद का समय अभिजित मुहूर्त कहलाता है,पर बुधवार को यह शुभ नहीं होता.
ब्रह्म मुहूर्त – सूर्योदय से पहले का 1.30 घंटे का समय ब्रह्म मुहूर्त कहलाता है।
प्रदोष काल – सूर्यास्त के पहले 45 मिनट और
बाद का 45 मिनट प्रदोष माना जाता है।
गोधूलिक काल- सूर्यास्त से 12 मिनट पहले एवं
12 मिनट बाद का समय कहलाता है।
🌄
✴️भद्रा वास शुभाशुभ विचार✴️🌄
भद्रा मेष, वृष, मिथुन, वृश्चिक के चंद्रमा में स्वर्ग में व कन्या, तुला, धनु, मकर के चंद्रमा में पाताल लोक में और कुंभ, मीन, कर्क, सिंह के चंद्रमा में मृत्युलोक में मानी जाती है यहां स्वर्ग और पाताल लोक की भद्रा शुभ मानी जाती हैं और मृत्युलोक की भद्रा काल में शुभ कार्य वर्जित होते हैं इसी तरह भद्रा फल विचार करें।
दैनिक सूर्योदय कालीन लग्न/ग्रह स्पष्ट
लग्न ………………कर्क 10°38′ पुष्य 3 हो
सूर्य ………………..कर्क 11°0′ पुष्य 3 हो
चन्द्र ……..सिंह 20°34′ पूर्व फाल्गुनी 3 टी
बुध *^ ………कर्क 17°41′ आश्लेषा 1 डी
शुक्र ………..मिथुन 2°10′ मृगशीर्षा 3 का
मंगल …..सिंह 29°40′ उत्तर फाल्गुनी 1 टे
बृहस्पति ……….मिथुन 16°39′ आद्रा 3 ङ
शनि * ……..मीन 7°37′ उत्तरभाद्रपद 2 थ
राहू * …….कुम्भ 26°21′ पूर्वभाद्रपद 2 सो
केतु * ……सिंह 26°21′ पूर्व फाल्गुनी 4 टू
✴️🌄
दिन का चौघड़िया🌄✴️
अमृत……………..प्रातः 5.58 से 7.38 तक
शुभ……………..प्रातः 9.18 से 10.58 तक
चंचल……………अपरा. 2.18 से 3.58 तक
लाभ……………..अपरा 3.58 से 5.38 तक
अमृत……………..सायं. 5.38 से 7.18 तक
✴️🌄
रात्रि का चौघड़िया🌄✴️
चंचल……… सायं-रात्रि. 7.18 से 8.38 तक
लाभ……..रात्रि.11.18 से 12.38 AM तक
शुभ….. रात्रि. 1.58 AM से 3.18 AM तक
अमृत….रात्रि. 3.18 AM से 4.38 AM तक
चंचल… रात्रि. 4.38 AM से 5.58 AM तक
(विशेष – 4 शास्त्र में एक शुभ योग और एक अशुभ योग जब भी साथ साथ आते हैं तो शुभ योग की स्वीकार्यता मानी गई है )
🌞🕉️
शुभ शिववास की तिथियां🕉️
🌞
शुक्ल पक्ष-2—–5—–6—- 9——-12—-13.
कृष्ण पक्ष-1—4—-5—-8—11—-12—-30.
दिन नक्षत्र एवं चरणाक्षर संबंधी संपूर्ण विवरण
संदर्भ विशेष -यदि किसी बालक का जन्म गंड नक्षत्रों (रेवती, अश्विनी, अश्लेषा, मघा, ज्येष्ठा और मूल) में होता है तो सविधि नक्षत्र शांति की आवश्यक मानी गयी है और करवाना चाहिये।
आज जन्मे बालकों का नक्षत्र के चरण अनुसार राशिगत् नामाक्षर
समय-नक्षत्र नाम-नक्षत्र चरण-चरणाक्षर
11.13 AM तक–पू.फाल्गु—–3——-टी
05.36 PM तक–पू.फाल्गु—–4——–टू
12.00 PM तक–उ.फाल्गु—–1——–टे
राशि सिंह – पाया रजत__
उपरांत रात्रि तक--उ.फाल्गु-----2-------टो
राशि कन्या – पाया रजत्
आज का दिन
व्रत विशेष……. वरद् विनायक (दुर्वा चतुर्थी)
अन्य व्रत……… मनसा पूर्ण महादेव व्रतारंभ
पर्व विशेष…………………………. ..नहीं है।
दिन विशेष………………. चातुर्मास जारी है।
दिन विशेष……….. विश्व हेपेटाइटिस दिवस
दिन विशेष…….. विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस
पंचक………………………….. आज नहीं है।
विष्टि(भद्रा).प्रा. 10.58 से रात्रि.11.25 तक
खगोलीय………… वर्तमान रवि नक्षत्र.(पुष्य)
नक्षत्र वाहन……………….. चातक.वर्षा श्रेष्ठ
खगोलीय…. कन्यायां भौम. रात्रि. 7.57 पर सर्वा.सि.योग………………….. आज नहीं है।अमृ.सि.योग………………….. आज नहीं है सिद्ध रवियोग…………… अपरा. 5.36 तक
अगले दिन की प्रतीकात्मक जानकारी
आज दिनांक………………..29.07.2025
तिथि……….श्रावण शुक्ला पंचमी मंगलवार
व्रत विशेष………… नागपंचमी (देशाचारीय)
अन्य व्रत…………. मंगला गौरी व्रत (तृतीय)
पर्व विशेष…………………………….नहीं है।
दिन विशेष………………..चातुर्मास जारी है।
दिन विशेष…………. अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस
दिन विशेष……….. राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस
पंचक…………………………..आज नहीं है।
विष्टि(भद्रा)…………………….आज नहीं है।
खगोलीय…………वर्तमान रवि नक्षत्र.(पुष्य)
नक्षत्र वाहन………………. चातक.वर्षा श्रेष्ठ
खगोलीय………पुष्ये बुध..अपरा. 4.24 पर सर्वा.सि.योग…………………. आज नहीं है।अमृ.सि.योग……………………आज नहीं है सिद्ध रवियोग….. रात्रि. 7.28 से रात्रि. पर्यंत
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आज की विशेष प्रस्तुति✴️
💥धर्म ज्योतिष वास्तु एवं गोचर राशिफल 💥
भगवान् श्री शिवशंकर और बिल्वपत्र
महत्व इतिहास संकलन और अर्पण विधान
आप भी इन्हें चढ़ाकर इसका चमत्कार स्वयं देख सकते हैं और सिद्धि प्राप्त कर सकते हैं। तीन पत्तियों वाले बिल्व पत्र में अखंड बिल्व पत्र भी प्राप्त हो जाते हैं। कभी-कभी एक ही वृक्ष पर चार, पांच, छह पत्तियों वाले बिल्व पत्र भी पाए जाते हैं। परंतु ये बहुत दुर्लभ हैं।
छह से लेकर 21 पत्तियों वाले बिल्व पत्र
ये मुख्यतः नेपाल में पाए जाते हैं। पर भारत में भी दक्षिण में कहीं-कहीं मिलते हैं। जिस तरह रुद्राक्ष कई मुखों वाले होते हैं उसी तरह बिल्व पत्र भी कई पत्तियों वाले होते हैं।
श्वेत बिल्व पत्र.
जिस तरह सफेद सांप, सफेद टांक, सफेद आंख, सफेद दूर्वा आदि होते हैं उसी तरह सफेद बिल्वपत्र भी होता है। यह प्रकृति की अनमोल देन है। इस बिल्व पत्र के पूरे पेड़ पर श्वेत पत्ते पाए जाते हैं। इसमें हरी पत्तियां नहीं होतीं। इन्हें भगवान शंकर को अर्पित करने का विशेष महत्व है।
कैसे आया बेल वृक्ष…
बेल वृक्ष की उत्पत्ति के संबंध में ‘स्कंदपुराण’ में कहा गया है कि एक बार देवी पार्वती ने अपनी ललाट से पसीना पोछकर फेंका, जिसकी कुछ बूंदें मंदार पर्वत पर गिरीं, जिससे बेल वृक्ष उत्पन्न हुआ। इस वृक्ष की जड़ों में गिरिजा, तना में महेश्वरी, शाखाओं में दक्षयायनी, पत्तियों में पार्वती, फूलों में गौरी का वास माना गया है।
बिल्व-पत्र तोड़ने का मंत्र…
बिल्व-पत्र को सोच-विचार कर ही तोड़ना चाहिए। पत्ते तोड़ने से पहले यह मंत्र बोलना चाहिए-
अमृतोद्भव श्रीवृक्ष महादेवप्रिय: सदा।
गृह्यामि तव पत्राणि शिवपूजार्थमादरात्॥
अर्थ- अमृत से उत्पन्न सौंदर्य व ऐश्वर्यपूर्ण वृक्ष महादेव को हमेशा प्रिय है। भगवान शिव की पूजा के लिए हे वृक्ष में तुम्हारे पत्र तोड़ता हूं।
पत्तियां कब न तोड़ें…
विशेष दिन या पर्वो के अवसर पर बिल्व के पेड़ से पत्तियां तोड़ना मना है। शास्त्रों के अनुसार इसकी पत्तियां इन दिनों में नहीं तोड़ना चाहिए-
सोमवार के दिन चतुर्थी, अष्टमी, नवमी, चतुर्दशी और अमावस्या की तिथियों को। संक्रांति के पर्व पर।
अमारिक्तासु संक्रान्त्यामष्टम्यामिन्दुवासरे ।
बिल्वपत्रं न च छिन्द्याच्छिन्द्याच्चेन्नरकं व्रजेत ॥
(लिंगपुराण)
अर्थ
अमावस्या, संक्रान्ति के समय, चतुर्थी, अष्टमी, नवमी और चतुर्दशी तिथियों तथा सोमवार के दिन बिल्व-पत्र तोड़ना वर्जित है।
क्या चढ़ाया गया बिल्व-पत्र फिर से चढ़ा सकते हैं.
अर्पितान्यपि बिल्वानि प्रक्षाल्यापि पुन: पुन:।
शंकरायार्पणीयानि न नवानि यदि चित्॥
(स्कन्दपुराण, आचारेन्दु)
अर्थ- अगर भगवान शिव को अर्पित करने के लिए नूतन बिल्व-पत्र न हो तो चढ़ाए गए पत्तों को बार-बार धोकर चढ़ा सकते हैं।
विभिन्न रोगों की कारगर दवा….
बिल्व-पत्र-बिल्व का वृक्ष विभिन्न रोगों की कारगर दवा है। इसके पत्ते ही नहीं बल्कि विभिन्न अंग दवा के रूप में उपयोग किए जाते हैं। पीलिया, सूजन, कब्ज, अतिसार, शारीरिक दाह, हृदय की घबराहट, निद्रा, मानसिक तनाव, श्वेतप्रदर, रक्तप्रदर, आंखों के दर्द, रक्तविकार आदि रोगों में बिल्व के विभिन्न अंग उपयोगी होते हैं। इसके पत्तो को पानी से पकाकर उस पानी से किसी भी तरह के जख्म को धोकर उस पर ताजे पत्ते पीसकर बांध देने से वह शीघ्र ठीक हो जाता है।
पूजन में महत्व….
वस्तुत: बिल्व पत्र हमारे लिए उपयोगी वनस्पति है। यह हमारे कष्टों को दूर करती है। भगवान शिव को चढ़ाने का भाव यह होता है कि जीवन में हम भी लोगों के संकट में काम आएं। दूसरों के दु:ख के समय काम आने वाला व्यक्ति या वस्तु भगवान शिव को प्रिय है। सारी वनस्पतियां भगवान की कृपा से ही हमें मिली हैं अत: हमारे अंदर पेड़ों के प्रति सद्भावना होती है। यह भावना पेड़-पौधों की रक्षा व सुरक्षा के लिए स्वत: प्रेरित करती है। पूजा में चढ़ाने का मंत्र-भगवान शिव की पूजा में बिल्व पत्र यह मंत्र बोलकर चढ़ाया जाता है। यह मंत्र बहुत पौराणिक है।
त्रिदलं त्रिगुणाकारं त्रिनेत्रं च त्रिधायुतम्।
त्रिजन्मपापसंहारं बिल्वपत्रं शिवार्पणम्॥
अर्थ- तीन गुण, तीन नेत्र, त्रिशूल धारण करने वाले और तीन जन्मों के पाप को संहार करने वाले हे शिवजी आपको त्रिदल बिल्व पत्र अर्पित करता हूं।
✴️ 🕉️
आज का राशिफल🕉️ ✴️
मेष-(चू चे चो ला ली लू ले लो अ)
आज आपकी सेहत बढ़िया रहेगी। भागीदारी वाले व्यवसायों और चालाकी भरी आर्थिक योजनाओं में निवेश न करें। दोस्त और घर वाले आपको प्यार और सहयोग देंगे। अगर आपका साथी आज गुस्से में हैं तो उन्हें शांत करने की कोशिश करें। कार्यक्षेत्र में आप ख़ुद को ख़ास महसूस करेंगे। इस राशि वालों को आज के दिन अपने लिए समय निकालने की सख्त जरुरत है अगर आप ऐसा नहीं करते तो आपको मानसिक परेशानियां हो सकती हैं। हँसी-मजा़क के बीच आपके और आपके जीवनसाथी के बीच कोई पुराना मुद्दा उभर सकता है, जो फिर वाद-विवाद का रूप भी ले सकता है।
वृषभ-(इ उ एओ वा वी वू वे वो)
आपके द्वारा आज के मनोरंजन में बाहर की गतिविधियों और खेल-कूद को शामिल किया जाना चाहिए। रात के समय आज आपको धन लाभ होने की पूरी संभावना है क्योंकि आपके द्वारा दिया गया धन आज आपको वापस मिल सकता है। दफ़्तर के कामकाज में ज़्यादा व्यस्तता के चलते अपने जीवनसाथी के साथ आपका रिश्ता तनावपूर्ण हो सकता है। आपके काम की गुणवत्ता देखकर आपके वरिष्ठ आपसे प्रभावित होंगे। अगर आप अपने घर से बाहर रहकर अध्ययन या नौकरी करते हैं तो आज के दिन आप खाली समय में अपने घर वालों से बात कर सकते हैं। घर की किसी खबर को सुनकर आप भावुक भी हो सकते हैं। आपको लगेगा कि आज से पहले शादीशुदा ज़िन्दगी इतनी अच्छी कभी नहीं रही।
मिथुन- (क की कू घ ङ छ के को ह)
आज अपना मूड बदलने के लिए सामाजिक मेलजोल का सहारा लें। माता या पिता की सेहत पर आपको आज बहुत धन खर्च करना पड़ सकता है। इससे आपकी आर्थिक स्थिति बिगड़ेगी लेकिन साथ ही रिश्तों में मजबूती आएगी। आज हर कोई आपसे दोस्ती करना चाहता है और आप उनकी ये इच्छा पूरी करने में ख़ुशी महसूस करेंगे।आज कार्यक्षेत्र में आपके कामकाज की सराहना होगी। इस राशि वाले जातकों को आज खाली वक्त में आध्यात्मिक पुस्तकों का अध्ययन करना चाहिए। ऐसा करके आपकी कई परेशानियां दूर हो सकती हैं। वैवाहिक जीवन के लिहाज़़ से यह बढ़िया दिन है। साथ में एक अच्छी शाम गुज़ारने की योजना बनाएँ।
कर्क- (ही हू हे हो डा डी डू डे डो)
आज आपमें आज चुस्ती-फुर्ती देखी जा सकती है। आपका स्वास्थ्य आज पूरी तरह से आपका साथ देगा। जिन लोगों ने जमीन खरीदी थी और अब उसे बेचना चाहते हैं उन्हें आज कोई अच्छा खरीदार मिल सकता है और जमीन बेचकर उन्हें अच्छा धन लाभ हो सकता है। अगर बातचीत और चर्चा आपके मुताबिक़ न हो, तो आप नाराज़गी में कड़वी बातें कह सकते हैं जिन्हें लेकर बाद में आपको पछताना पड़ सकता है – इसलिए भली-भांति सोचकर ही बोलें। तब तक कोई वादा न करें, जब तक आप ख़ुद यह न जानते हों कि आप उसे हर क़ीमत पर पूरा करेंगे। आज अपनेे विवेक का उपयोग करते हुए ही घर के लोगों से बातें करें अगर आप ऐसा नहीं करते तो बेवजह के झगड़ों की वजह से आपका समय खराब हो सकता है। आपका जीवनसाथी किसी फ़रिश्ते की तरह आपका बहुत ध्यान रखेगा।
सिंह- (मा मी मू मे मो टा टी टू टे)
आज मित्रों या परिवार के सदस्यों के साथ मौज-मस्ती भरी यात्रा आपको सुकून देगी। बैंक से जुड़े लेन-देन में काफ़ी सावधानी बरतने की ज़रूरत है। आपको अपना बाक़ी वक़्त बच्चों के संग गुज़ारना चाहिए, चाहे इसके लिए आपको कुछ ख़ास ही क्यों न करना पड़े। आज आपकी मुस्कान बेमानी है क्योंकि आप किसी ख़ास के साथ की कमी महसूस कर रहे हैं। दफ़्तर में कोई आपकी योजनाओं में अड़ंगा लगा सकता है- इसलिए आँखें खोलकर रखिए और अपने चारों तरफ़ हो रही गतिविधियों के प्रति सजग रहिए। बिना किसी पूर्व सूचना के आज आपका कोई रिश्तेदार आपके घर पधार सकता है जिसकी वजह से आपका कीमती समय उनकी खातिरदारी में जाया हो सकता है। पड़ोसियों का दख़ल शादीशुदा ज़िन्दगी में दिक़्क़त पैदा करने की कोशिश कर सकता है, लेकिन आप व आपके जीवनसाथी के बीच का बंधन बहुत मज़बूत है और इसे तोड़ना आसान नहीं है।
कन्या- (टो प पी पू ष ण ठ पे पो)
आज आपका तल्ख़ बर्ताव जीवनसाथी के साथ आपके संबंधों में तनाव डाल सकता है। कोई भी ऐसा काम करने से पहले इसके परिणामों के बारे में सोच लें। अगर संभव हो तो अपना मूड बदलने के लिए कहीं और जाएँ। माता या पिता की सेहत पर आपको आज बहुत धन खर्च करना पड़ सकता है। इससे आपकी आर्थिक स्थिति बिगड़ेगी लेकिन साथ ही रिश्तों में मजबूती आएगी। जिन्हें आप चाहते हैं, उनके साथ उपहारों का लेन-देन करने के लिए अच्छा दिन है। अटके कामों के बावजूद रोमांस और बाहर घूमना-फिरना आपके दिलो-दिमाग़ पर छाया रहेगा। आपका आत्मविश्वास आपकी पेशेवर ज़िंदगी में ख़ास असर छोड़ेगा। यह दूसरों को आपका नज़रिया समझाने और उनकी मदद हासिल करने में कारगर रहेगा। आज घर में अधिकतर समय आप सो कर गुजार सकते हैं। शाम के वक्त आपको महसूस होगा कि आपने अपना कितना कीमती समय बर्बाद कर दिया। थोड़ी-सी कोशिश करें तो यह दिन आपके वैवाहिक जीवन के सबसे विशेष दिनों में से एक हो सकता है।
तुला- (रा री रू रे रो ता ती तू ते)
वैसे ख़याली पुलाव पकाना मदद नहीं करता। परिवार की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए आपको कुछ कर दिखाने की ज़रूरत है। कार्यक्षेत्र में या करोबार में आपकी कोई लापरवाही आज आपको आर्थिक नुक्सान करा सकती है। पारिवारिक सदस्यों के साथ सुकून भरे और शांत दिन का आनंद लें। अगर लोग परेशानियों के साथ आपके पास आएँ तो उन्हें नज़रअंदाज़ करें और उन्हें अपनी मानसिक शांति भंग न करने दें। अचानक मिला कोई सुखद संदेश नींद में आपको मीठे सपने देगा। नयी साझीदारी आज के दिन फलदायी रहेगी। रात के समय आज आप घर के लोगों से दूर होकर अपने घर की छत या किसी पार्क में टहलना पसंद करेंगे।
वृश्चिक- (तो ना नी नू ने नो या यी यू)
आज आपकी सेहत बढ़िया रहेगी। जीवन की गाड़ी को अच्छे से चलाना चाहते हैं तो आज आपको पैसे की आवाजाही पर विशेष ध्यान देना होगा। कोई नया रिश्ता न सिर्फ़ लंबे वक़्त तक क़ायम रहेगा, बल्कि फ़ायदेमंद भी साबित होगा। आज किसी ऐसे इंसान से मिलने की संभावना है जो आपके दिल को गहराई से छूएगा। कार्यक्षेत्र में आपको हर कोई गंभीरता से सुनेगा। जिंदगी में चल रही आपाधापी के बीच आज आपको अपने लिए पर्याप्त समय मिलेगा और और आप अपने पसंदीदा कामों को कर पाने में कामयाब हो पाएंगे।
धनु-ये यो भा भी भू धा फा ढ़ा भे)
आज के दिन आराम करना ज़रूरी साबित होगा, क्योंकि आप हाल के दिनों में भारी मानसिक दबाव से गुज़रे हैं। नयी गतिविधियाँ और मनोरंजन आपके लिए विश्राम करने में सहायक सिद्ध होंगे। इस राशि के बड़े कारोबारियों को आज के दिन बहुत सोच समझकर पैसा निवेश करने की जरुरत है। आज के दिन औरों की राय सुनना और उनपर अमल करना महत्वपूर्ण होगा। जो लोग प्रेम के संगीत में डूबे हुए हैं, वही इसकी स्वर-लहरियों का आनन्द ले सकते हैं। आज के दिन आप भी उस संगीत को सुन सकेंगे, जो दुनिया के बाक़ी सभी गीतों को भुलवा देगा। करिअर के नज़रिए से शुरू किया सफ़र कारगर रहेगा। लेकिन ऐसा करने से पहले अपने माता-पिता से इजाज़त ज़रूर ले लें, नहीं तो बाद में वे आपत्ति कर सकते हैं। आज रात को जीवनसाथी के साथ खाली वक्त बिताते समय आपको लगेगा कि आपको उन्हें और भी वक्त देना चाहिए। जब आप अपने जीवनसाथी से भावनात्मक तौर पर जुड़ते हैं, तो नज़दीकी अपने आप महसूस की जा सकती है।
मकर- (भो जा जी खी खू खे खो गा गी)
आज मौज-मस्ती की यात्राएं और सामाजिक मेलजोल आपको ख़ुश रखेंगे और सुकून देंगे। अपने पैसे को संचय करने के लिए आज अपने घर के लोगों से आपको बात करने की जरुरत है। उनकी सलाह आपकी आर्थिक स्थिति को सुधारने में मददगार होगी। अनचाहे मेहमानों से शाम को आपका घर भरा रह सकता है। प्यार के नज़रिए से यह दिन बेहद ख़ास रहेगा। अपना रवैया ईमानदार और स्पष्टवादी रखें। लोग आपकी दृढ़ता और क्षमताओं को सराहेंगे। लोग आपके बारे में क्या सोचते हैं आज आपको इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। बल्कि आज आप खाली समय में किसी से मिलना जुलना भी पसंद नहीं करेंगे और एकांत में आनंदित रहेंगे।
कुंभ- (गू गे गो सा सी सू से सो द)
आज आप धैर्य बनाए रखें, क्योंकि आपकी समझदारी और प्रयास आपको सफलता ज़रूर दिलाएंगे। इस राशि के बड़े कारोबारियों को आज के दिन बहुत सोच समझकर पैसा निवेश करने की जरुरत है। नाती-पोतों से आज काफ़ी ख़ुशी मिल सकती है। प्रेम-जीवन में आशा की नयी किरण आयेगी। तरोताज़गी और मनोरंजन के लिए बढ़िया दिन, लेकिन अगर आप काम कर रहे हैं तो व्यावसायिक लेन-देन में सावधानी की ज़रूरत है। बातचीत में कुशलता आज आपका मज़बूत पक्ष साबित होगी। वैवाहिक जीवन के उजले पहलू का अनुभव करने के लिए अच्छा दिन है।
मीन- (दी दू थ झ ञ दे दो च ची)
आज आप धैर्य बनाए रखें, क्योंकि आपकी समझदारी और प्रयास आपको सफलता ज़रूर दिलाएंगे। पैसा अचानक आपके पास आएगा, जो अपके ख़र्चों और बिल आदि को सम्हाल लेगा। ऐसा कोई जिसे आप जानते हैं, आर्थिक मामलों को ज़रूरत से ज़्यादा गंभीरता से लेगा और घर में थोड़ा-बहुत तनाव भी पैदा होगा। रोमांस के नज़रिए से आज ज़िन्दगी बहुत जटिल रहेगी। खुदरा और थोक व्यापारियों के लिए अच्छा दिन है। उन लोगों से मेलजोल बढ़ाने से बचें जिनके साथ आपका वक्त खराब होता है। आपके जीवनसाथी की ओर से मिला कोई ख़ास तोहफ़ा आपके खिन्न मन को ख़ुश करने में काफ़ी मददगार साबित होगा।
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