श्रीडूंगरगढ़ टुडे 5 अगस्त 2025
श्रीडूंगरगढ़।कस्बे के बिग्गाबास के वार्ड संख्या 24 में नगर पालिका की लापरवाही से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि नालियों से गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है और जगह-जगह कचरे का अंबार लगा हुआ है। नालियों की सफाई के लिए कोई कर्मचारी नहीं दिखता और न ही कोई नियमित व्यवस्था नजर आ रही ये एक या दो दिन नही बल्कि बारहमासी कीचड़ की समस्या है। इस बारह मासी कीचड़ से वार्डवासी एवं आम नागरिक परेशान है।इस सम्बन्ध में पालिका प्रशासन को अनेक बार अवगत भी कराया गया मगर स्थिति में कोई सुधार नहीं हो सका है।
आज मोदी सरकार का बहुचर्चित ‘स्वच्छ भारत अभियान’ भी श्री डूंगरगढ़ में शायद गूगल मैप पर रास्ता ढूंढ़ रहा है, क्योंकि ज़मीनी हकीकत तो कुछ और ही बयान कर रही है।नगर पालिका पूरी तरह से नींद में नजर आ रही है। नालियों में कूड़ा, गंदा पानी और प्लास्टिक की थैलियां ऐसे बह रही हैं जैसे ये कोई नगरपालिका का सौंदर्यीकरण अभियान हो। सफाई कर्मचारी तो शायद गायब हो गए हैं या फिर गुप्त सेवा में लगे हैं – क्योंकि सड़क पर उनकी मौजूदगी का कोई नामोनिशान नहीं। पूर्व पार्षद मूलचंद स्वामी ने बताया की नगर पालिका प्रशासन को बार बार इस स्थिति से अवगत करवाया गया लेकिन नगरपालिका प्रशासन को जैसे कोई फर्क ही नहीं पड़ता। न जनप्रतिनिधियों को शर्म आती है, न अधिकारियों को ज़मीन की सच्चाई दिखती है। यहां तक कि इस कीचड़ से तीन से चार स्कूलों के विद्यार्थीयो को इस कीचड़ से होकर गुजरना पडता है। जो कई बार फिसल कर कीचड़ में गिर जाते हैं। पूर्व पार्षद मूलचंद स्वामी ने कहा कि जब पिछले साल वार्डवासियों ने कीचड़ की सफाई की मांग को लेकर प्रदर्शन किया, तो प्रशासन ने साफ-सफाई करवाने के बजाय पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज करवा दी। प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भले ही यह कहते हो कि राजस्थान संपर्क 181 पर आप शिकायत कीजिए आपकी समस्या का समाधान होगा लेकिन श्रीडूंगरगढ़ की हालत यह हैं कि बिना समाधान करें ही संपर्क पर शिकायत को भी बंद कर दिया जाता है गैर जिम्मेदार लोगों ने शहर का बेड़ा गर्क करने की ओर कदम बढ़ा दिए हैं अब सवाल प्रशासन से है कि एक साल से कीचड़ में डूबे इस वार्ड को कब तक अनदेखा किया जाएगा क्या स्कूली विधार्थियों व वार्डवासियों को इस कीचड़ से होकर गुजरना पड़ेगा?

