श्रीडूंगरगढ़ टुडे 15 अगस्त 2025
श्रीडूंगरगढ। राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए आंदोलन करनेवाले वरिष्ठ साहित्यकार मनोज स्वामी को गुणीजन सम्मान समारोह समिति, श्रीडूंगरगढ की ओर से 24 अगस्त, रविवार को एक लाख रुपए का राजस्थानी साहित्य भूषण सम्मान प्रदान किया जाएगा। इस अवसर पर छैकड़ राजस्थानी नै मान्यता कियां मिलै? इस विषय पर एक संवाद कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसे वरिष्ठ साहित्यकार श्याम महर्षि, डाॅ मदन सैनी, सत्यदीप, बजरंग सेवग, श्रीभगवान सैनी, विजय महर्षि सम्बोधित करेंगे। इस दौरान सम्मानित साहित्यकार मनोज स्वामी मान्यता आंदोलन पर अपने अनुभव साझा करेंगे। समिति के संयोजक डाॅ चेतन स्वामी ने बताया कि साहित्यकार मनोज स्वामी क्रान्तिकारी ढंग से राजस्थानी भाषा मान्यता का मोर्चा संभाले हुए हैं, वहीं उन्होंने राजस्थानी को लोकप्रिय बनाने के लिए पहली बार राजस्थानी भाषा में रामलीला जैसा सांस्कृतिक प्रयोग प्रारंभ किया है जो अनेक वर्षों से चल रहा है। चालीस वर्षों से वे राजस्थानी की स्वतंत्र पत्रकारिता भी कर रहे हैं। उनके समग्र साहित्यिक अवदान को ध्यान में रखकर संस्था समारोहपूर्वक सम्मान कार्यक्रम आयोजित करेगी। संस्थाध्यक्ष लाॅयन महावीर माली ने कहा है कि राजस्थानी साहित्य भूषण पुरस्कार के अन्तर्गत श्री मनोज स्वामी को एक लाख रुपए की राशि, शाॅल, श्रीफल तथा सम्मान-पत्र समर्पित किया जाएगा। संस्था के पदाधिकारी विजय महर्षि ने बताया कि सम्मान कार्यक्रम 24 अगस्त को प्रातः 11 बजे स्थानीय राष्ट्र भाषा हिन्दी प्रचार समिति के सभागार में रखा गया है।
