श्रीडूंगरगढ़ टुडे 22 सितंबर 2025
आज सोमवार से शारदीय नवरात्रि शुरू हो गए इस वर्ष देवी दुर्गा का आगमन हाथी पर हो रहा है, जो सुख-समृद्धि, राष्ट्र उन्नति और कल्याण का प्रतीक है। नवरात्रि के पहले दिन कस्बे में भक्ति और उल्लास का माहौल रहा। सुबह होते ही श्रद्धालुओं द्वारा तैयारियां शुरू कर दी गई। आडसर बास स्थित माताजी मंदिर में विधिवत घट स्थापना की गई। मंदिर में माता का भव्य दरबार सजाया गया। जैसे ही पूजन शुरू हुआ, श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी और पूरे क्षेत्र में माता के जयकारे गूंज उठे। वहीं अखंड नौ दिवसीय कीर्तन भी प्रारंभ हो गया है।स्वर्णकार मंदिर में माँ आशापुरी भवानी का विधि विधान से घट स्थापना की गई व नवदिवसीय पाठ पूजा प्रारंभ हुई। हुआ नवरात्र के पहले दिन 300 से अधिक कन्याओं को भोजन करवाया गया। मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार नवयुवक संघ के अध्यक्ष संदीप डांवर ने बताया कि मंदिर परिसर में 9 दिन लगातार कन्या भोज का आयोजन जारी रहेगा। ये चार वर्ष से अनवरत जारी है। गौरव पथ पर चिड़पड़नाथजी की बगीची में माताजी का सुदंर श्रृंगार किया गया। यहां प्रतिदिनि माँ का श्रृंगार मुख्य आर्कषण होगा। वहीं मंदिर परिसर में ही आज से नौदिवसीय कन्या भोज प्रारंभ हुआ। पहले दिन सैंकड़ो कन्याओं का पूजन कर भोजन करवाया गया व उपहार भी दिए गए। मंदिर में संगीतमय रामायण पाठ का आयोजन भी प्रांरभ हुआ। भोले की फौज करेगी मौज के सदस्य सक्रिय रहें। कालूबास में दधीमथी माताजी मंदिर में विशेष धार्मिक अनुष्ठान प्रारंभ हुए। यहां घट स्थापना पूजन के साथ अखंड दीपक जलाए गए व दुर्गासप्तशती के पाठ प्रारंभ हुए सरकारी अस्पताल के पास काली माता मंदिर, सरस्वती माता मंदिर और स्वर्णकार माता मंदिर, दधिमती माताजी मन्दिर में भी आकर्षक सजावट की गई। फूलों और झालरों से सजे दरबार भक्तों को अपनी ओर खींचते रहे। दिनभर मंदिरों में दर्शनार्थियों की भीड़ उमड़ रही है। कस्बे की गलियां भी रंग-बिरंगी झालरों और लाइटिंग से सजाई गईं। घर-घर में घट स्थापना कर श्रद्धालुओं ने व्रत की शुरुआत की। कई भक्त पूरे नौ दिन व्रत रख माता की आराधना करेंगे।



