श्रीडूंगरगढ़ टुडे 25 सितंबर 2025
कस्बे के मोमासर बास में गुरुवार सुबह उस समय सनसनी फैल गई जब 17 वर्षीय नाबालिग एकता ने अपने ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों ने एकता के मंगेतर रोनक और उसके माता-पिता पर शादी का दबाव बनाने और मानसिक प्रताड़ना देने का आरोप लगाया है।
पीड़ित पिता महेंद्रकुमार वाल्मीकि ने आरोप लगाया कि गुरुवार सुबह वह और उनकी पत्नी कृषि मंडी में काम करने गए थे, जबकि बेटा तुषार भी बाहर गया हुआ था। घर पर अकेली एकता ने करीब 10:51 बजे कमरे में बंद होकर फांसी लगा ली।
तुषार ने फोन कर पिता को घटना की जानकारी दी। परिजन और मोहल्लेवाले उसे तुरंत अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। महेंद्रकुमार ने बताया कि उनकी बेटी एकता इस साल 17 मई को रोनक पुत्र विनोद कुमार के साथ घर से भाग गई थी। समाज के समझाने पर दोनों की सगाई करा दी गई और तय हुआ कि एकता के 18 वर्ष की होने पर शादी कर दी जाएगी। इसके बाद दोनों परिवारों के बीच रिश्तेदारी और आना-जाना भी शुरू हो गया।
पिता ने आरोप लगाया कि पिछले 10 दिनों से रोनक और उसका परिवार (पिता विनोद कुमार और मां नूतन देवी) लगातार दबाव बना रहे थे कि दोनों भाइयों की शादी एक साथ कर दी जाए।
मृतका एकता के पिता महेंद्र कुमार वाल्मीकि ने बताया कि “मैंने साफ कह दिया था कि जब तक बेटी बालिग नहीं होगी, तब तक शादी नहीं करेंगे। इस बात पर रोनक और उसके घरवालों ने धमकी दी कि वे रिश्ता तोड़ देंगे और रोनक की शादी कहीं और कर देंगे। बेटी को यहां तक कहा गया कि ‘तू चाहे तो फांसी खा ले, हमें कोई फर्क नहीं पड़ेगा”।
महेंद्रकुमार का कहना है कि घटना से एक दिन पहले ही एकता ने बताया था कि रोनक कई बार घर आकर उससे मारपीट करता था। साथ ही सास (नूतन देवी) उसे घर से बाहर जाने से रोकती और अपमानित करती थी।
पिता महेंद्रकुमार ने मंगेतर रोनक, उसकी मां नूतन देवी और पिता विनोद कुमार पर नाबालिग बेटी को मानसिक रूप से परेशान करने व आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है।मोर्चरी के बाहर समाज के बड़ी सँख्या में एकत्रित हुए है।