श्रीडूंगरगढ़ टुडे 9 अक्टूबर 2025
पंचांग का अति प्राचीन काल से ही बहुत महत्त्व माना गया है। शास्त्रों में भी पंचांग को बहुत महत्त्व दिया गया है और पंचाग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना गया है। पंचांग में सूर्योदय सूर्यास्त, चद्रोदय-चन्द्रास्त काल, तिथि, नक्षत्र, मुहूर्त योगकाल, करण, सूर्य-चंद्र के राशि, चौघड़िया मुहूर्त दिए गए हैं।
🙏जय श्री गणेशाय नमः🙏
🙏जय श्री कृष्णा🙏
🕉️आज का पंचांग-09.10.2025🕉️
️दैनिक गोचर राशिफल सहित✴️
🕉️ शुभ गुरुवार – 🌞 – शुभ प्रभात् 🕉️
74-30💥मध्यमान💥75-30
(केतकी चित्रापक्षीय गणितानुसारेण निर्मितम्)
आज विशेष
विविध वैवाहिक समस्याएं एवं संभव समाधान
वैवाहिक बाधा व विवाह विग्रह निवारक प्रयोग
दैनिक पंचांग विवरण
आज दिनांक………………….. 9.10.2025
कलियुग संवत्…………………………5127
विक्रम संवत्…………………………. 2082
शक संवत्……………………………..1947
संवत्सर…………………………. श्री सिद्धार्थी
अयन…………………………………..दक्षिण
गोल………………………. …………..दक्षिण
ऋतु…………………………………… ..शरद्
मास………………………………… कार्त्तिक
पक्ष…………………………………… .कृष्णा
तिथि……तृतीया. रात्रि. 10.55 तक / चतुर्थी
वार………………………………….. .गुरुवार
नक्षत्र……भरणी. रात्रि. 8.03 तक / कृतिका
चंद्रमा……… मेष. रात्रि. 1.23* तक / वृषभ
योग………….वज्र. रात्रि. 9.31 तक / सिद्धि
करण…………..वणिज. अपरा. 12.48 तक
करण….. विष्टि(भद्रा) रात्रि.10.55 तक/ बव
नोट-जिस रात्रि समय के ऊपर(*) लगा हुआ हो
वह समय अर्द्ध रात्रि के बाद सूर्योदय तक का है।
विभिन्न नगरों के सूर्योदय में समयांतर मिनट
दिल्ली -10 मिनट———जोधपुर +6 मिनट
जयपुर -5 मिनट——अहमदाबाद +8 मिनट
इंदौर – 4 मिनट————-मुंबई +7 मिनट
लखनऊ – 25 मिनट——बीकानेर +5 मिनट
कोलकाता -54 मिनट–जैसलमेर +15 मिनट
सूर्योंदयास्त दिनमानादि-अन्य आवश्यक सूची
सूर्योदय…………………. प्रातः 6.28.08 पर
सूर्यास्त…………………..सायं. 6.08.45 पर
दिनमान-घं.मि.से……………….. 11.40.36
रात्रिमान………………………….12.19.50
चंद्रास्त………………….. 8.39.06 AM पर
चंद्रोदय……………………7.40.16 PM पर
राहुकाल…अपरा.1.46 से 3.14 तक(अशुभ)
यमघंट….. .प्रातः 6.28 से 7.56 तक(अशुभ)
गुलिक.. पूर्वा. 9.23 से 10.51 (शुभे त्याज्य)
अभिजित…… मध्या.11.55 से 12.42(शुभ)
पंचक………………………….. आज नहीं है
हवन मुहूर्त…………………………. . आज है।
दिशाशूल………………………. .दक्षिण दिशा
दोष परिहार…… दही का सेवन कर यात्रा करें
🌄विशिष्ट काल-मुहूर्त-वेला परिचय🌄
अभिजित् मुहुर्त – दिनार्द्ध से एक घटी पहले और एक घटी बाद का समय अभिजित मुहूर्त कहलाता है,पर बुधवार को यह शुभ नहीं होता।
ब्रह्म मुहूर्त – सूर्योदय से पहले का 1.30 घंटे का समय ब्रह्म मुहूर्त कहलाता है।
प्रदोष काल – सूर्यास्त के पहले 45 मिनट और
बाद का 45 मिनट प्रदोष माना जाता है।
गौधूलिक काल- सूर्यास्त से 12 मिनट पहले एवं
12 मिनट बाद का समय कहलाता है।
🌄✴️भद्रा वास शुभाशुभ विचार✴️🌄
भद्रा मेष, वृष, मिथुन, वृश्चिक के चंद्रमा में स्वर्ग में व कन्या, तुला, धनु, मकर के चंद्रमा में पाताल लोक में और कुंभ, मीन, कर्क, सिंह के चंद्रमा में मृत्युलोक में मानी जाती है यहां स्वर्ग और पाताल लोक की भद्रा शुभ मानी जाती हैं और मृत्युलोक की भद्रा काल में शुभ कार्य वर्जित होते हैं इसी तरह भद्रा फल विचार करें।
✴️सूर्योदय कालीन लग्न एवं ग्रह स्पष्ट✴️
लग्न ……….. कन्या 21°21′ हस्त 4 ठ
सूर्य …………. कन्या 21°47′ हस्त 4 ठ
चन्द्र ……… ..मेष 18°11′ भरणी 2 लू
बुध ………… .तुला 9°18′ स्वाति 1 रू
शुक्र… सिंह 29°47′ उत्तर फाल्गुनी 1 टे
मंगल ……… तुला 17°10′ स्वाति 4 ता
बृहस्पति ….. मिथुन 29°9′ पुनर्वसु 3 हा
शनि * ……. मीन 3°2′ पूर्वभाद्रपद 4 दी
राहू * ….कुम्भ 22°28′ पूर्वभाद्रपद 1 से
केतु * . सिंह 22°28′ पूर्व फाल्गुनी 3 टी
✴️🌄दिन का चौघड़िया🌄✴️
शुभ………………प्रातः 6.28 से 7.56 तक
चंचल…………पूर्वा. 10.51 से 12.18 तक
लाभ………….अपरा. 12.18 से 1.46 तक
अमृत…………..अपरा. 1.46 से 3.14 तक
शुभ………………सायं. 4.41 से 6.09 तक
✴️🌄रात्रि का चौघड़िया🌄✴️
अमृत……. सायं-रात्रि. 6.09 से 7.41 तक
चंचल………….. रात्रि. 7.41 से 9.14 तक
लाभ..रात्रि.12.19 AM से 1.51 AM तक
शुभ….रात्रि. 3.24 AM से 4.56 AM तक
अमृत..रात्रि. 4.56 AM से 6.29 AM तक
(विशेष – ज्योतिष शास्त्र में एक शुभ योग और एक अशुभ योग जब भी साथ साथ आते हैं तो शुभ योग की स्वीकार्यता मानी गई है )
🌞🕉️शुभ शिववास की तिथियां🕉️🌞
शुक्ल पक्ष-2—–5—–6—- 9——-12—-13.
कृष्ण पक्ष-1—4—-5—-8—11—-12—-30.
दिन नक्षत्र एवं चरणाक्षर संबंधी संपूर्ण विवरण
संदर्भ विशेष -यदि किसी बालक का जन्म गंड नक्षत्रों (रेवती, अश्विनी, अश्लेषा, मघा, ज्येष्ठा और मूल) में होता है तो सविधि नक्षत्र शांति की आवश्यक मानी गयी है और करवाना चाहिये
आज जन्मे बालकों का नक्षत्र के चरण के समय समय के नुसार राशिगत् नामाक्षर….
समय-नक्षत्र नाम-नक्षत्र चरण-चरणाक्षर
09.22 AM तक—–भरणी—–2 ——-लू
02.42 PM तक—–भरणी—–3——–ले
08.03 PM तक—–भरणी—–4——-लो
01.23 AM तक—-कृतिका—–1——-अ
राशि मेष – पाया स्वर्ण
उपरांत रात्रि तक---- कृतिका----2--------इ
राशि वृषभ – पाया स्वर्ण _
आज का दिन
व्रत विशेष……………………..आज नहीं है।
अन्य व्रत…………..कार्तिक स्नान व्रत जारी पर्व विशेष……………………. आज नहीं है।
दिन विशेष…………………. चातुर्मास जारी
दिन विशेष………………. विश्व डाक दिवस
पंचक…………………………. आज नहीं है
विष्टि(भद्रा)अप.12.48 से रात्रि 10.55 तक खगोलीय………… वर्तमान सूर्य नक्षत्र(हस्त)
नक्षत्र वाहन…………….. चातक.वर्षा (श्रेष्ठ)
खगोलीय… कन्यायां शुक्र. प्रातः 10.47 पर
सर्वा.सि.योग…………………. आज नहीं है। अमृ.सि.योग………………….. आज नहीं है।
सिद्ध रवियोग.प्रातः…………… आज नहीं है।
अगले दिन की प्रतीकात्मक जानकारी
आज दिनांक………………. 10.10.2025
तिथि………. कार्तिक कृष्णा चतुर्थी शुक्रवार
व्रत विशेष……….करवा चतुर्थी(करवा चौथ)
चंद्रोदय……………………..रात्रि. 8.32 पर
अन्य व्रत…………..कार्तिक स्नान व्रत जारी पर्व विशेष…………………………… नहीं है।
दिन विशेष…………………. चातुर्मास जारी
दिन विशेष………………राष्ट्रीय डाक दिवस
दिन विशेष….विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस
दिन विशेष……. विश्व मृत्युदंड विरुद्ध दिवस
दिन विशेष…….श्रेष्ठ आचरण निर्माण दिवस
पंचक……………………………….. नहीं है।
विष्टि(भद्रा)…………………………. .नहीं है।
हवन मुहूर्त………………………….. नहीं है। खगोलीय………… वर्तमान सूर्य नक्षत्र(हस्त)
नक्षत्र वाहन…………….. चातक.वर्षा (श्रेष्ठ)
खगोलीय…… चित्रायां रवि. रात्रि. 8.12 पर
सर्वा.सि.योग…………………. आज नहीं है। अमृ.सि.योग……………………आज नहीं है।
सिद्ध रवियोग.प्रातः…………… आज नहीं है।
✴️आज की विशेष प्रस्तुति✴️
💥धर्म ज्योतिष वास्तु एवं गोचर राशिफल
विविध वैवाहिक समस्याएं एवं संभव समाधान
वैवाहिक बाधा व विवाह विग्रह निवारक प्रयोग
स्त्री तथा पुरूष के मध्य का आकर्षण, प्रेम, स्नेह तथा रागात्मक संबंध सृष्टि के आरम्भ से लेकर आज तक विद्यमान है। इसी रागात्मक आकर्षण को विवाह नामक संस्था के उदय का कारण माना जाता रहा है। स्त्री-पुरूष के मध्य संपर्क तथा शारीरिक निकटता तो आदि काल से ही अस्तित्व में था, परन्तु इस संबंध को मर्यादित रखना ही विवाह का मूल उद्देश्य है। जहां आरंभ में विवाह हेतु कोई आयु सीमा नहीं थी, वहीं कालान्तर में विवाह के लिए स्त्री तथा पुरूष की आयु का निर्धारण किया गया। यह निर्धारण राजकीय या शासकीय न होकर सामाजिक था। वैवाहिक आयु-सीमा का यह सामाजिक निर्धारण आज भी देखा जा सकता है। क्षेत्र-जाति-समूह आदि के आधार पर इसमें विविधता भी है। प्रत्येक माता-पिता अपने संतति के विवाह के विषय में काफी सजग रहते हैं। परंतु काफी प्रयास के बाद भी जब सभी योग्यताओं से पूर्ण पुत्र अथवा पुत्री के विवाह की संभावना क्षीण होने लगती है, तब उस अभिभावक तथा उनकी संतति को होने वाली पीड़ा का अनुमान लगा पाना भी दुष्कर होता है। जबकि कुछ परिस्थितियों में यह देखा गया है कि विवाह तो बड़ी शीघ्रतापूर्वक और सहजता से हो गया, परंतु विवाह के बाद नवविवाहित दम्पत्ति का जीवन कष्टप्रद तथा कलहपूर्ण हो जाता है। विवाह से जुड़ी इन समस्त समस्याओं को हम वैवाहिक विलम्ब, विवाह प्रतिबंध, वैवाहिक कलह, तलाक, वैधव्य-विधुरता आदि में बांट सकते हैं।
वैवाहिक विलंब व प्रतिबंध के उपाय-
अग्नि महापुराण के 18वें अध्याय में वर्णित गौरी प्रतिष्ठा विधि का प्रयोग करें।
इस गंधर्वराज मंत्र का दस हजार जप करें।
‘‘ऊँ क्लीं विश्वासुर्नाम गन्धर्वः कन्यानामधिपतिः लभामि देवदत्तां कन्यां सुरूपां सालंकारां तस्मै विश्वावसवे स्वाहा’’।
पुरूषों के शीघ्र विवाह के लिए अधोलिखित मंत्र का 108 बार जप करें-
‘‘पत्नीं मनोरमां देहि मनोवृत्यानुसारिणीम्।
तारिणीं दुर्गसंसारसागरस्य कुलोद्भवाम्।।
कनकधारा स्तोत्र का 21 पाठ 90 दिन तक करें।
श्रीरामदरबार चित्र का पंचोपचार पूजन के बाद निम्नलिखित दोहे का 21 बार जप करें-
‘‘तब जनक पाइ वशिष्ठ आयसु ब्याह साज संवारि कै।
मांडवी श्रुतिकीरति उरमिला कुँअरि लई हँकारि कै।।’’
अधोलिखित यंत्र को भोजपत्र पर अनार की कलम और अष्टगंध की स्याही से लिखें-
इसके बाद हल्दी की माला से
‘‘ऊँ ”ह्रीं हं सः’’
मंत्र का 1100 जप करें। जपकाल में तिल के तेल से प्रज्ज्वलित दीपक जलता रहे। पाठ के बाद शीघ्र विवाह की कामना प्रकट करें।
इस संदर्भ में शुक्रवार को किया जानेवाला माँ गौरी का व्रत भी प्रशस्त माना गया है। निराहार व्रत के बाद सायंकाल पंचमुखी दीपक जलाएँ। पुनः अधोलिखित मंत्र का 108 बार जप करें-
‘‘बालार्कायुतसत्प्रभां करतले लोलाम्बमालाकुलां मालां सन्दधतीं मनोहरतनुं मन्दस्मिताधेमुखीम्।
मन्दं मन्दमुपेयुषीं वरयितुं शम्भुं जगन्मोहिनीं, वन्दे देवमुनीन्द्रवन्दितपदाम् इष्टार्थदां पार्वतीम्।।’’
वैवाहिक विलम्ब अथवा प्रतिबंध योगों में शनि की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। अतः ऐसी परिस्थिति में निम्नलिखित मंत्र का प्रयोग शीघ्र ही फल देता है-
‘‘कोणस्थः पिंगलों बभ्रुः कृष्णो रौन्द्रोऽन्तको यमः।
सौरिः शनैश्चरो मन्दः पिप्पलाश्रय संस्थितः।।
एतानि शनि-नामानि जपेदश्वत्थसन्निधौ।
शनैश्चरकृता पीड़ा न कदापि भविष्यति।।’’
शनिवार को सायंकाल पीपल वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएँ, और उपरोक्त मंत्र का 36 बार जप करें।
‘‘रक्ष रक्ष जगन्मातर्देवि मंगलचण्डिके।
हारिके विपदां राशेः हर्षमंगलकरिके।।
हर्षमंगलदक्षे च हर्षमंगलदायिके।
शुभे मंगलदक्षे च शुभे मंगलचण्डिके।।
मंगले मंगलार्हे च सर्वमंगलमंगले।
सदा मंगलदे देवि सर्वेषां मंगलालये।।
मंगलस्तोत्र का नित्य 21 बार जप करें।
सौभाग्याष्टोत्तर शतनाम स्तोत्र का पाठ करें।
मंगल यन्त्र की विधिपूर्वक स्थापना करें।
योग्य पुरोहित के द्वारा कन्या का कुंभ अथवा विष्णु विवाह अत्यन्त गोपनीय तरीके से करवाएँ। गोपनीयता ही इस प्रयोग के सफलता की कुंजी होती है।
सौन्दर्य लहरी (श्लोक 1-27) का पाठ करें।
सावित्री व्रत का सश्रद्धा अनुष्ठान करें।
सोंठ, सौंफ, मौलश्री के फूल, सिंगरक, मालकंगनी और लाल चंदन सम भाग लें। इसे जल में मिलाकर मंगलवार को स्नान करें।
बेल, जटामांसी, लाख के फूल, हिंगलू, बल, चन्दन और मूवला औषधियों को पानी में मिलाकर मंगलवार को स्नान करें।
विशेष उपाय शीघ्र विवाह हेतु (अनुभूत)
शिवरात्रि के दिन जिस मंदिर में शिव पार्वती विवाह का अनुष्ठान हुआ हो। कन्या वहां जाय और विवाह की पूरी विधि को देखे। इस विवाहोत्सव में ‘लाजा’ (खील) भी बिखेरे जाते हैं। कन्या प्रातःकाल मंदिर जाए और वहां से इन खील के 11 दाने चुन कर खा ले। शीघ्र विवाह का योग बनेगा।
रामचरितमानस के शिव पार्वती विवाह प्रसंग का 11 सोमवार तक सश्रद्धा पाठ करें।
श्रीरामजानकी के विवाह प्रसंग का पाठ भी आश्चर्यजनक सफलता देता है।
यदि कालसर्प योग के कारण विवाह में विलंब हो रहा हो तो वैदिक विधि से इस दोष की शांति सिद्ध जल प्रवाह वाले तीर्थ में करवाएँ। शुद्ध स्वर्ण /रजत के आठ नाग (सवाग्राम प्रति) बनवाकर जल में प्रवाहित कर दें।इस प्रयोग से
वैवाहिक कलहपूर्ण जीवन से भी मुक्ति संभव।
रामचरितमानस के शिव पार्वती विवाह प्रसंग का 11 सोमवार तक सश्रद्धा पाठ करें।
श्रीरामजानकी के विवाह प्रसंग का पाठ भी आश्चर्यजनक सफलता देता है।
पति की अवहेलना तथा तिरस्कार से पीड़ित कन्याएँ अधोलिखित मंत्र का 108 बार जप नित्य करें, आश्चर्यजनक फल शीघ्र ही प्राप्त होंगे-
‘‘अभित्वा मनुजातेन दधामि मम वासना।
यशसो मम केवलो नान्यसा कीर्तयश्चन।।
यथा नकुलो विच्छिद्य संदधत्यहिं पुनः।
एवं कामस्य विच्छिन्नं से धेहि वो यादितिः।।
उफँ क्लीं त्रयम्बकम् यजामहे सुगन्धिम् पतिवेदनम्।
उर्वारूकमिव बन्ध्नान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् क्लीं उफँ।।’’
संपूर्ण जप काल में घी का दीपक प्रज्ज्वलित रखें।
रत्नधारण व रूद्राक्ष
वैवाहिक विलंब के संदर्भ में गणेश रूद्राक्ष धारण करना चमत्कारिक फल देता है।
वैवाहिक सुख हेतु बृहस्पति तथा शुक्र सर्वाधिक महत्वपूर्ण माने जाते हैं। जहाँ वैवाहिक जीवन के आरंभ हेतु बृहस्पति उत्तरदायी हैं वहीं शुक्र शय्या सुख व शारीरिक सुख प्रदान करते हैं। इनसे संबंधित शांति उपाय सुखद वैवाहिक जीवन की कुंजी सिद्ध होती है।
वैवाहिक विलंब व प्रतिबंध आदि परिस्थिति में पीला पुखराज (निर्दोष) साढ़े सात रत्ती का लें। स्वर्ण की मुद्रिका में बनवाकर गुरुवार के दिन तर्जनी अंगुली में धारण करें।
शारीरिक अक्षमता आदि के कारण वैवाहिक जीवन नष्ट हो रहा हो तो हीरा (न्यूनतम एक कैरेट) धारण करे।
गौरी शंकर रूद्राक्ष विधि-पूर्वक धारण करने से वैवाहिक जीवन की विसंगतियों का नाश सहज ही हो जाता है।ľ
✴️ 🕉️आज का राशिफल🕉️ ✴️
मेष-(चू चे चो ला ली लू ले लो अ)
आप अपने मनमौजी और ज़िद्दी स्वभाव को क़ाबू में रखें, ख़ास तौर पर किसी जलसे या पार्टी में। क्योंकि ऐसा न करने पर वहाँ का माहौल तनावग्रस्त हो सकता है। आज आप आसानी से पैसे इकट्ठा कर सकते हैं- लोगों को दिए पुराने कर्ज़ वापिस मिल सकते हैं- या फिर किसी नयी परियोजना पर लगाने के लिए धन अर्जित कर सकते हैं। आपको अपना बाक़ी वक़्त बच्चों के संग गुज़ारना चाहिए, चाहे इसके लिए आपको कुछ ख़ास ही क्यों न करना पड़े। सहकर्मियों के साथ काम करते वक़्त युक्ति और चतुरता की ज़रूरत होगी। आज लोग आपकी वह प्रशंसा करेंगे, जिसे आप हमेशा से सुनना चाहते थे। वैवाहिक सुख के दृष्टिकोण से आज आपको कुछ अनोखा उपहार मिल सकता है।
वृषभ-(इ उ एओ वा वी वू वे वो)
आज का डर आपकी ख़ुशी को बर्बाद कर सकता है। आपको समझना चाहिए कि यह आपके अपने ख़यालों और कल्पनाओं से पैदा हुआ है। डर सहजता को ख़त्म कर देता है। इसलिए इसे शुरुआत में ही कुचल दें, ताकि यह आपको कायर न बना सके। बिना किसी की सलाह लिये बिना आज आपको पैसा कहीं भी इनवेस्ट नहीं करना चाहिए। आपको परिवार के सदस्यों के साथ थोड़ी दिक़्क़त होगी, लेकिन इस वजह से अपनी मानसिक शान्ति भंग न होने दें। आज आप जीवन में सच्चे प्रेम की कमी का अनुभव करेंगे। ज़्यादा चिंता न करें, हर चीज़ समय के साथ बदलती है और इसलिए आपकी रोमांटिक ज़िंदगी में भी बदलाव आएगा। अगर आपको एक दिन की छुट्टी पर जाना है तो चिंता न करें, आपकी ग़ैरहाज़िरी में सभी काम ठीक से चलते रहेंगे। और अगर किसी ख़ास वजह से कोई परेशानी खड़ी भी हो जाए, तो आप लौटने पर उसे आसानी से हल कर लेंगे। अगर आपको लगता है कि कुछ लोगों की संगति करना आपके लिए ठीक नहीं है और उनके साथ रहकर आपका समय बर्बाद होता है तो उनका साथ आपको छोड़ देना चाहिए। असहजता की वजह से आप वैवाहिक जीवन में ख़ुद को फँसा हुआ अनुभव कर सकते हैं। आपको ज़रूरत है तो जीवनसाथी के साथ आत्मीय बातचीत की।
मिथुन- (क की कू घ ङ छ के को ह)
आज कुछ प्रभावशाली लोगों का सहयोग आपके उत्साह को दोगुना कर देगा। आर्थिक जीवन की स्थिति आज अच्छी नहीं कही जा सकती आज आपको बचत करने में मुूश्किलें आ सकती हैं। अपने परिवार के सदस्यों की ज़रूरतों पर ध्यान देना आज आपकी प्राथमिकता होनी चाहिए। रोमांस के लिहाज़ से रोमांचक दिन है। शाम के लिए कोई ख़ास योजना बनाएँ और जितना हो सके, इसे उतना मस्त बनाने की कोशिश करें। काम को मनोरंजन के साथ न मिलाएँ। आज के समय में अपने लिए वक्त निकाल पाना बहुत मुश्किल है। लेकिन आज ऐसा दिन है जब आपके पास अपने लिए भरपूर समय होगा। क्या आपको पता है कि आपका जीवनसाथी वाक़ई आपके लिए सब कुछ है। उनपर ग़ौर करें, यह बात आपको ख़ुद-ब-ख़ुद दिख जाएगी।
कर्क- (ही हू हे हो डा डी डू डे डो)
आज आपका तल्ख़ बर्ताव जीवनसाथी के साथ आपके संबंधों में तनाव डाल सकता है। कोई भी ऐसा काम करने से पहले इसके परिणामों के बारे में सोच लें। अगर मुमकिन हो तो अपना मूड बदलने के लिए कहीं और जाएँ। आज आपका धन कई चीजों पर खर्च हो सकता है, आपको आज अच्छा बजट प्लान करने की आवश्यकता है इससे आपकी कई परेशानियां दूर हो सकती हैं। दोस्तों के साथ शाम को घूमने बाहर जाएँ, इससे आपको बहुत फ़ायदा होगा। ख़याली परेशानियों को छोड़ें और अपने साथी के साथ रोमांटिक समय बिताएँ। कार्यक्षेत्र में आपको कुछ सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकते हैं। अपना समय और ऊर्जा दूसरों की मदद करने में लगाएँ, लेकिन ऐसे मामलों में पड़ने से बचें जिनसे आपका कोई लेना-देना नहीं है। आप अपने जीवन की कुछ यादगार शामों में से एक आज अपने जीवनसाथी के साथ बिता सकते हैंं।
सिंह- (मा मी मू मे मो टा टी टू टे)
आज आप ख़ुश हो जाएँ क्योंकि अच्छा समय आने वाला है और आप स्वयं में अतिरिक्त ऊर्जा का अनुभव करेंगे। अपने धन का संचय कैसे करना है यह हुनर आज आप सीख सकते हैं और इस हुनर को सीख कर आप अपना धन बचा सकते हैं। अगर आप पार्टी करने की सोच रहे हैं, तो अपने अपने अच्छे दोस्तों को बुलाएँ। ऐसे कई लोग होंगे, जो आपका उत्साह बढाएंगे। रोमांचक दिन है, क्योंकि आपका प्रिय आपको उपहार दे सकता है। दफ़्तर में कोई आपकी योजनाओं में अड़ंगा लगा सकता है- इसलिए आँखें खोलकर रखिए और अपने चारों तरफ़ हो रही गतिविधियों के प्रति सजग रहिए। जीवन की पेचीदिगियों को समझने के लिए आज घर के किसी वरिष्ठ शख्स के साथ आप वक्त गुजार सकते हैं। यह समय जीवन में आपको वैवाहिक जीवन का भरपूर आनन्द देगा।
कन्या- (टो प पी पू ष ण ठ पे पो)
आज काम का दबाव और घरेलू मतभेद तनाव की वजह बन सकते हैं। जिन व्यापारियों के संबंध विदेशों से हैं उन्हें आज धन हानि होने की संभावना है इसलिए आज के दिन सोच समझकर चलें। घरेलू काम-काज निपटाने में बच्चे मदद करेंगे। खाली वक़्त में उन्हें ऐसे काम करने के लिए उत्साहित करें। यह दिन प्रसन्नता और ज़िन्दादिली के साथ किसी ख़ास संदेश को भी देगा । रचनात्मक कामों से जुड़े लोगों के लिए बेहतरीन दिन है, क्योंकि उन्हें वह शोहरत और पहचान मिलेगी जिसकी उन्हें लम्बे समय से तलाश थी। दीर्घावधि में कामकाज के सिलसिले में की गयी यात्रा फ़ायदेमंद साबित होगी। जीवनसाथी के साथ थोड़ा हँसी-मज़ाक़, आपको किशोरावस्था के दिनों की याद दिला देंगे।
तुला- (रा री रू रे रो ता ती तू ते)
आज आपका सबसे बड़ा सपना हक़ीक़त में बदल सकता है। लेकिन अपने उत्साह को क़ाबू में रखें, क्योंकि ज़्यादा ख़ुशी भी परेशानी का सबब बन सकती है। माता या पिता की सेहत पर आपको आज बहुत धन खर्च करना पड़ सकता है। इससे आपकी आर्थिक स्थिति बिगड़ेगी लेकिन साथ ही रिश्तों में मजबूती आएगी। अपना कुछ समय दूसरों को देने के लिए अच्छा दिन है। व्यापारियों के लिए अच्छा दिन है। व्यवसाय के लिए अचानक की गयी कोई यात्रा सकारात्मक परिणाम देगी। खाली समय में आज आप अपने मोबाइल पर कोई वेब सीरीज देख सकते हैं। आपका जीवनसाथी आपकी बहुत तारीफ़ करेगा और आपको बहुत स्नेह देगा।
वृश्चिक- (तो ना नी नू ने नो या यी यू)
आज एक बेहतर ज़िन्दगी के लिए अपनी सेहत और व्यक्तित्व में सुधार लाने कि कोशिश करें। आज आप अपना धन धार्मिक कार्यों में लगा सकते हैं जिससे आपको मानसिक शांति मिलने की पूरी संभावना है। घरेलू मामलों और काफ़ी समय से लंबित घर के काम-काज के हिसाब से अच्छा दिन है। ज़रा संभल कर, क्योंकि आपका प्रिय रूमानी तौर पर आपको मक्खन लगा सकता है – मैं तुम्हारे बग़ैर इस दुनिया में नहीं रह सकता/सकती। आज के दिन आप सबके ध्यान का केंद्र होंगे और सफलता आपकी पहुँच में होगी। नए विचारों और आइडिया को जाँचने का बेहतरीन वक़्त। आपको और आपके जीवनसाथी को कोई बहुत सुखद ख़बर सुनने को मिल सकती है।
धनु-ये यो भा भी भू धा फा ढ़ा भे)
आज आपके हँसी-मज़ाक़ का लहज़ा किसी दूसरे को आपकी तरह इस क्षमता को विकसित करने के लिए प्रेरित कर सकता है। आपसे उसे यह सबक़ मिलेगा कि ज़िंदगी की ख़ुशी बाहरी चीज़ों में नहीं, बल्कि ख़ुद के ही भीतर है। आज किया गया निवेश आपकी समृद्धि और आर्थिक सुरक्षा में वृद्धि करेगा। रिश्तेदारों के साथ अपने संबंधों को फिर तरोताज़ा करने का दिन है। कामकाज के मामले में आज आपकी आवाज़ पूरी तरह सुनी जाएगी। आज ऐसी कई सारी चीज़ें होंगी – जिनकी तरफ़ तुरन्त ग़ौर करने की आवश्यकता है।
मकर- (भो जा जी खी खू खे खो गा गी)
आज अच्छी सेहत के लिए दूर तक पैदल घूमें। बिना विचार किये आपको किसी को भी अपना पैसा नहीं देना चाहिए नहीं तो आपको आने वाले वक्त में बड़ी परेशानी हो सकती है। संबंधियों से आपको सहायता प्राप्त होगी। आपका प्रिय दिन भर आपको याद करने में समय बिताएगा। आज कार्यक्षेत्र में आपके किसी पुराने काम की तारीफ हो सकती है। आपके काम को देखते हुए आज आपकी तरक्की भी संभव है। कारोबारी आज अनुभवी लोगों से करोबार को आगे बढ़ाने की सलाह ले सकते हैं। खाली वक्त में आप कोई फिल्म देख सकते हैं यह फिल्म आपको पसंद नहीं आएगी और आपको लगेगा कि आपने अपना कीमती वक्त जाया कर दिया। जब आप अपने जीवनसाथी से भावनात्मक तौर पर जुड़ते हैं, तो नज़दीकी अपने आप महसूस की जा सकती है।
कुंभ- (गू गे गो सा सी सू से सो द)
आज आउटडोर के खेल आपको आकर्षित करेंगे- ध्यान और योग आपको फ़ायदा पहुँचाएंगे। अगर आप छात्र हैं और विदेशों में जाकर पढ़ाई करना चाहते हैं तो घर की आर्थिक तंगी आज आपके माथे पर शिकन ला सकती है। दिन के उत्तरार्ध में अचानक आई कोई अच्छी ख़बर पूरे परिवार को ख़ुशी देगी। अगर आप खुले दिल से अपनी बात रखें, तो आपकी मोहब्बत आज आपके सामने प्यार के फ़रिश्ते के रूप में आएगी। साझीदार से संवाद क़ायम करना बहुत कठिन सिद्ध होगा। व्यस्त दिनचर्या के बावजूद भी आज आप अपने लिए समय निकालपाने में सक्षम होंगे। खाली वक्त में आज कुछ रचनात्मक कर सकते हैं।
मीन- (दी दू थ झ ञ दे दो च ची)
आज आपका व्यक्तित्व आज इत्र की तरह महकेगा और सबको आकर्षित करेगा। घर की छोटी-छोटी चीजों पर आज आपका बहुत धन खराब हो सकता है जिसकी वजह से आप मानसिक तनाव में आ सकते हैं। घर में कुछ बदलाव आपको काफ़ी भावुक बना सकते हैं, लेकिन आप अपनी भावनाएँ उनके सामने ज़ाहिर करने में क़ामयाब रहेंगे जो आपके लिए ख़ास हैं। लेकिन अपने जज़्बात क़ाबू में रखें, नहीं तो रिश्ते में खटास पैदा हो सकती है। आज के दिन आप सबके ध्यान का केंद्र होंगे और सफलता आपकी पहुँच में होगी। इस राशि वालों को आज खुद के लिए काफी समय मिलेगा। इस समय का उपयोग आप अपने शौकों को पूरा करने में कर सकते हैं। आप कोई किताब पढ़ सकते हैं या अपना पसंदीदा म्यूजिक सुन सकते हैं। आपके जीवनसाथी की सुस्ती आपके कई कामों पर पानी फेर सकती है।
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