श्रीडूंगरगढ़ टुडे 11 अक्टूबर 2025
श्रीडूंगरगढ़ राष्ट्रीय योग क्रांति अभियान के प्रभारी योगाचार्य ओम प्रकाश कालवा ने जानकारी देते हुए बताया वर्तमान ओर आने वाली पीढ़ियों के स्वास्थ्य को बचाने के लिए योग का धरातल पर लागू होना अत्यंत आवश्यक है। और ये तभी संभव है जब सरकार योग को सभी विभागों में अनिवार्य कर योग प्रशिक्षको की स्थाई भर्ती निकाले। शुक्रवार दोपहर ऑनलाइन कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अभियान प्रभारी योगाचार्य ओम प्रकाश कालवा ने योगा लवर्स फाउंडेशन दिल्ली के संस्थापक अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त विश्व के टॉप टेन में अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक राजदूत योगगुरू सुनिल सिंह को राष्ट्रीय योग क्रांति अभियान का राष्ट्रीय ब्रांड एम्बेसडर व राजस्थान योग प्रशिक्षक महासंघ प्रदेशाध्यक्ष क्रांतिकारी योगाचार्य रामावतार यादव सीकर को अभियान का प्रदेश ब्रांड एम्बेसडर बनाया गया प्रभारी ओम कालवा ने अभियान के मुख्य उद्देश्यों की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया
1. भारतीय योग पद्धति का धरातल पर लागू होना अत्यंत आवश्यक है।
- व्यक्ति के सर्वांगीण विकास के लिए योग सर्वश्रेष्ठ पद्धति है।
- योग दिव्य शक्तियों का भंडार है।
- योग से व्यक्ति के सभी अवगुणों को दूर किया जा सकता है।
- सूखी और निरोगी जीवन जीने के लिए योग रामबाण औषधि है।
- अनियमित जीवन शैली में योग सकारात्मक पहलू है।
- असाध्य रोगों को जड़ से खत्म करने में योग मददगार है।
- योग जन्मोजन्मांतर तक काम आने वाली पद्धति है।
- योग मानव कल्याण के लिए प्रेरणा स्रोत पद्धति है।
- योग से राष्ट्र और प्रकृति का उत्थान संभव है।
- योग भारतीय संस्कृति की पहचान है।
- सभी विभागों में योग अनिवार्य होना चाहिए।
- तनावपूर्ण जीवन शैली के लिए योग बहुपयोगी है।
- योग मानव से महामानव बनने की कड़ी है।
- वर्तमान ओर आने वाली पीढ़ियों के बचाने के लिए योग दिव्य संस्कृति है।
ओम कालवा और उनकी टीम अब देश के विभिन्न योग संगठनों को साथ लेकर योग प्रशिक्षको की स्थाई भर्ती के लिए कार्य करेगी । ताकि योग का लाभ मानव कल्याण के लिए प्रेरणा स्रोत साबित हो सके। योग से व्यक्ति ओर राष्ट्र का शत प्रतिशत विकास हो सकता है। ओम कालवा और उनकी टीम बेरोजगार योग प्रशिक्षकों के रोजगार के लिए सालों से निस्वार्थ भाव से लगे हुए हैं। अब बड़े आन्दोलन करने की चेतावनी दी है।


