श्रीडूंगरगढ़ टुडे 11 अक्टूबर 2025
सुबोध शिंक्षण संस्थान रीड़ी में शनिवार को अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया। स्कूल के डायरेक्टर ने कहा कि ये दिवस हर साल की तरह इस साल भी स्कूल में बालिकाओं को सम्मान देते हुए मनाया गया।
यह दिन बालिकाओं की आवाज को बुलंद करने के लिए मनाया जाता है, ताकि लोगों तक ओर हर घर तक यह आवाज पहुंच सके कि बेटी कुदरत का एक उपहार है और इसको सम्मान देना चाहिए। जो बेटी को पहचान देते हैं वहीं माता-पिता महान होते हैं। उन्होंने कहा कि अगर हमने अपने देश की नींव को मजबूत बनाना है तो हर माता-पिता को चाहिए कि वह अपनी बेटी को पढ़ाएं। बेटा बेटी के बीच का फर्क मिटाए उन्होंने कहा कि ” अगर बेटा अंश है,तो बेटी वंश है।अगर बेटा आन है,तो बेटी शान है।” उन्होंने
बालिकाओं को अपने जीवन में आगे बढ़ने का संदेश देते हुए कहा कि आप भी अपने माता-पिता गांव और देश का नाम रोशन कर सकती हैं,उन्होंने बताया की आज देश के सर्वोच्च पद भी एक महिला राष्ट्रपति है, जैसे हजारो उदाहरण है। उन्होंने बालिकाओं को से कहा कि ऐसे ही आप भी बड़े-बड़े ओहदों पर जा सकती हैं।
इस अवसर पर बालिकाओं को शैक्षिक गतिविधियों को लेकर जानकारी दी गई और एक दिन के लिए स्कूल संचालन का काम बालिकाओं को सौंपा गया। जिसमें बालिकाओं ने सुबह से ही शैक्षिक कार्यों को संभाला।
बालिका दिवस पर निदेशक सुमेरसिंह ने बताया कि बालिका दिवस को विशेष बनाने के लिए आज एक दिन के लिए कक्षा 12 की छात्रा शिवानी शर्मा को प्रधानाचार्य और ज्योति सैन को व्यवस्थापक बनाया गया है। स्कूल की पूरी जिम्मेदारी बालिकाओं को सौंपी गई है।
इस अवसर पर शाला का समस्त स्टाफ ज्योति, इंद्रा राधेश्याम,सुशील, रामनिवास, गोरधन, योगेश,राजू,हड़मान किशन,अली शेर,अयूब सहित बड़ी सँख्या में विद्यार्थी व ग्रामीण उपस्थित रहे।


