श्रीडूंगरगढ़ टुडे 11अक्टूबर 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से स्वदेशी अपनाने का आह्वान किया है ताकि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं से मुकाबला किया जा सके। उन्होंने आत्मनिर्भरता और समृद्धि का मंत्र देते हुए दुकानों को स्वदेशी वस्तुओं से सजाने की अपील की। पीएम मोदी ने कहा कि विकसित भारत का सपना तभी साकार होगा जब नागरिक गर्व से भारतीय वस्तुओं का उपयोग करेंगे। इसी को लेकर श्रीडूंगरगढ़ कस्बे में शनिवार को अनोखा नजारा देखने को मिला जब शहर के स्कूली बच्चों ने क्षेत्रवासियों से स्वदेशी अपनाने, ऑनलाईन के बजाए स्थानीय बाजार से ही खरीददारी करने का संदेश दिया। कस्बे की लर्न एंड फन स्कूल के नन्हें मुन्ने बच्चों ने शनिवार को कस्बे में रैली निकाली रैली में शामिल विद्यार्थियों ने स्लोगन लिखे तख्तियों को हाथों में लेकर विदेशी भगाओ-स्वदेशी अपनाओ देश बचाओ का नारा लगाते हुए लोगों को जागरूक करते दिखे। बच्चों ने लोगों के घरों में जाकर स्वदेशी अपनाने व स्थानीय छोटे दुकानदारों से ही दीपावली पर सामान खरीदने की अपील की। बच्चों ने दीपावली पर सड़क किनारे लगने वाली दुकानों से भी खरीददारी कर उनके घरों का त्योहार अच्छा बनाने में मदद करने का आग्रह किया। बाजार में सभी लोगों ने अपने देश का पैसा अपने देश में रखने की जागरूकता आम जीवन में अपनाने की बात कही। प्रधानाध्यापिका विनिता सारस्वत ने कहा कि देश को सशक्त बनाने के लिए स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग आवश्यक है। उन्होंने बताया कि स्वदेशी से हृदय में ‘स्व’ की भावना का विकास होता है। उन्होने कहा हमें स्वदेशी वस्तुओं को उपयोग करना चाहिए। इससे हमारे देश को समृद्ध बनाया जा सकता है। स्वदेशी वस्तुओं के प्रयोग से देश में छोटे उद्योगों को भी बढ़ावा मिलेगा और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। आजकल बच्चों को परिजनों द्वारा अपनी और से अधिकतम सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाती है एवं बिना किसी दिक्कतों को समझे ही परिजनों से सुविधाएं लेने वाले बच्चों को पैसों का एवं अपने परिजनों द्वारा दी जा रही सुविधाओं का महत्व समझ कम ही आता है। ऐसे में शनिवार को किए गए इस आयोजन में बच्चों ने पैसों का महत्व तो समझा ही साथ ही परिजनों का आभार भी जताया। प्राचार्य विनिता सारस्वत ने बताया कि बच्चों को इस दौरान अपने घर से लाए रूपयों से सार्थक सामान की खरीददारी करवाई गई। उन्हें पैसा कमाने के लिए लोगों द्वारा किए जा रहें संघर्ष को बताया गया। निरर्थक सामानों की खरीददारी नहीं करने व रूपयों का महत्व समझाने के लिए अनेक उदाहरण दिए गए। सारस्वत ने बताया कि इस सकारात्मक पहल को अभिभावकों ने खूब सराहा और जागरूक लोगों ने भी देशहित में संवेदनशील संदेश को अपनाने की बात कही।प्रधानाध्यापिका विनिता सारस्वत ने बताया कि इस अभियान के दौरान प्रबंधक धीरज पुरोहित, ममता गुरनाणी, कुमकुम पारीक, खुशबु सारस्वत, चंचल शर्मा, वर्षा भोजक, विनिता मोरवानी, करूणा पारीक, आराधना पारीक, संग्रामसिंह आदि स्कूल स्टाफ उनके साथ रहा।






