श्रीडूंगरगढ़ टुडे 13 अक्टूबर 2025
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान के तहत बीकानेर जिले में शहर और देहात स्तर पर जिलाध्यक्ष पदों के लिए आवेदनों की भरमार आ गई है। राहुल गांधी के निर्देशानुसार चलाए जा रहे इस अभियान का उद्देश्य पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत करना और आम कार्यकर्ता को नेतृत्व प्रदान करने की मुहिम से जुड़ा हैं।जिले के शहर और देहात क्षेत्र के लिए कई नेताओं ने आवेदन दाखिल किए हैं, जो संगठन के प्रति बढ़ते उत्साह को दर्शाता है।
इस अभियान में नवंबर 2025 तक राजस्थान सहित कई राज्यों में जिलाध्यक्षों के चयन को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। पर्यवेक्षकों की सिफारिश और कार्यकर्ताओं की रायशुमारी के आधार पर छह नामों का पैनल बनाकर आलाकमान को भेजा जाएगा, जिसमें युवा, महिला और विभिन्न समुदायों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जाएगा। बीकानेर में यह प्रक्रिया दशहरे के बाद तेज हो गई थी और आज राष्ट्रीय सचिव और बीकानेर जिला प्रभारी राजेश लिलोठिया ने दावेदारों से चर्चा भी की।
शहर जिलाध्यक्ष पद के लिए दावेदारों के नाम-
यशपाल गहलोत, अनिल कल्ला, मोहम्मद हारून राठौड़, अरविन्द मिढ़ा, मक़सूद अहमद, अरुण व्यास, गजेन्द्रसिंह सांखला, आजम अली, सुमित कोचर, साजिद सुलेमानी, इकबाल मलवान, शर्मिला पंचारिया, नितिन वत्सस, मदन गोपाल मेघवाल, किशन तंवर, दुलीचंद गहलोत, शांतिलाल सेठिया, आंनद जोशी, ऋषि व्यास, ललित तेजस्वी, संजय आचार्य, छेलू सिंह जोधासर, रवि पुरोहित, नन्दलाल जावा, चंद्रशेखर चाँवरिया, ओमप्रकाश लोहिया, आंनद सिंह सोढा, कौशल दुग्गड, प्रहलाद सिंह मार्शल, मनोज चौधरी, जितेंद्र भाटी, मोहम्मद अली सुलेमानी, जिया उर रहमान, दिलीप बांठिया, फिरोज अहमद भाटी, श्याम तंवर, उमा सुथार, जुगल हाटीला।
देहात जिलाध्यक्ष पद के लिए दावेदारों के नाम-
बिशनाराम सियाग, महिपाल सारस्वत, मूलाराम भादू, मनोज सारण, गोविंदराम गोदारा, सतु खां पड़िहार, सांवरलाल बिश्नोई, रामधन मेघवाल, लतिफ खान, रामकुमार बिश्नोई, रामनिवास कुकणा, डॉ प्रीति मेघवाल, हरिराम बाना, राधेश्याम सिद्ध, लेखराम धतरवाल, सोहनलाल महिया, ओमप्रकाश मेघवाल, चेतन सिहाग, जुगल हटीला, भगवान राम सिद्ध, मुखराम धतरवाल।
ये सभी नाम अभियान के तहत दावेदारी के अनुसार हैं और चयन प्रक्रिया में विचाराधीन हैं। यह अभियान न केवल संगठन को नई ताकत देगा, बल्कि 2028 के विधानसभा चुनावों के लिए बीकानेर को मजबूत आधार प्रदान करेगा। स्थानीय कार्यकर्ताओं ने इसे राहुल गांधी का संदेश बताते हुए समर्थन जताया है।
इस अभियान में कुछ ऐसे नाम भी सामने आए हैं, जिन्होंने अपनी दावेदारी से सभी को चौंका दिया है। आज प्रभारी राजेश लिलोठिया के द्वारा देहात और शहर ज़िलाध्यक्ष पद हेतु आवेदन किये गए सभी दावेदारों के साथ मिलकर एक बैठक ली गई जिसके बाद जहाँ शहर से जिया उर रहमान जो कि पूर्व राज्यपाल उस्मान आरिफ साहब के पोते और दो बार के पीसीसी महासचिव है, वहीं प्रहलादसिंह मार्शल देहात कांग्रेस के लंबे समय से संगठन महामंत्री है। मार्शल को सभी नेताओं का करीबी भी माना जाता है। वहीं दूसरी तरफ देहात कांग्रेस अध्यक्ष के लिए महिपाल सारस्वत, रामकुमार तेतरवाल, हरिराम बाना के नाम ने नई चर्चा शुरू कर दी है ।
महीपाल सारस्वत सुलझे हुए राजनैतिक कार्यकर्ता के साथ कांग्रेस पार्टी में देहात जिला सचिव हैं ।जिले के किसान आंदोलन में सक्रिय रहे हैं और लूणकरणसर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे पीसीसी महासचिव डा राजेंद्र मूँड के क़रीबी भी हैं। अभी तक की चर्चाओं में उनका नाम भी कहीं नहीं था लेकिन आख़िरी समय पर उनकी दावेदारी नई कहानी कहती हैं। वहीं इसी तरह रामकुमार तेतरवाल पीसीसी सदस्य हैं और पूर्व केबिनेट मंत्री गोविंदराम मेघवाल के खाते में उनको गिना जाता है। वैंसे भी मेघवाल के प्रति उनकी वफादारी अनूपगढ जिला आंदोलन के समय भी मजबूती से रही है। ये देखना भी दिलचस्प होगा कि पूर्व मंत्री मेघवाल का क्या रूख होगा !इसी तरह हरिराम बाना युवा कांग्रेस के ज़िलाध्यक्ष रहे हैं। वर्तमान देहात अध्यक्ष बिशनाराम सियाग के खास रहे हैं और श्रीडूंगरगढ से टिकट के भी दावेदार रहे हैं । अभी पंचायती राज संगठन के ज़िलाध्यक्ष भी हैं तो लगता है हवा कुछ बदली सी क्यूँ है। क्यूंकि बिशनाराम सियाग अध्यक्ष पद की रेस में सबसे मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं तो बाना का आवेदन करना आश्चर्यजनक है।
कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि अब से पहले जिन नामों की चर्चा थी उनमें से कुछ दावेदारों ने आवेदन तक नहीं किया है जिनमे पीसीसी सचिव शिवलाल गोदारा और पूर्व राज्यमंत्री लक्ष्मण कड़वासरा शामिल हैं । लब्बोलुबाब ये हैं कि इन नये नामों ने सभी को चौंका दिया है अब ऊँट किस करवट बैठेगा ये तो वक्त बताएगा लेकिन फिजा बदल जरूर गई हैं।