श्रीडूंगरगढ़ टुडे 20 अक्टूबर 2025
दीपावली दीपों का त्योहार,
सबके मन में हर्ष अपार।
चारों तरफ खुशियों की बहार,
लोआगया दीपावली का त्योहार।
हर घर सफाई हो रही है,
घर पुते और सजे है।
चारों तरफ बस काम ही काम,
मनाएंगें सब दीपावली का त्योहारा।
बाज़ार में रौनक है, सबके चेहरे पर चमक है।
सब दुकानें लगाने में व्यस्त है,
बच्चे छुट्टियाँ मनाने में मस्त है।
गृहलक्ष्मी घर के काम कर रही,
घर कैसे सजाना है ये बात सोच रही।
पुरुष कमाई करने में लगा है,
कितना खर्चा होगा ये बात सोचने में लगा है।
हर घर दीपक से जगमगा रहा है,
हर एक के मन में उल्लास छा रहा है।
अमावस्या के दिन भी पूर्णिमा महसूस होती है,
देखो, ऐसी रौनक दीपावली की होती है।
दीपावली के दिन अच्छे-अच्छे पकवान बनते हैं,
रंगोली, अल्पना से आँगन सजे होते हैं।
बैर मिटाकर, लोग आपस में प्रेम करते हैं,
सब मिलकर लक्ष्मी पूजन करते हैं।
चीनी के खिलौने और लावे का प्रसाद लाते हैं,
सेव, केला, पान व मतीरा भी घर लाते हैं।
प्रसन्नता का नशा चारों ओर छाया रहता है,
ऐसा आनन्द देने वाला त्योहार दीपावली का होता है।।
