Menu
आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल कल आयेंगे बीकानेर, माचरा ने की मुलाकात।  |  कोटासर श्री करणी गोशाला में दीपावाली के पर्व पर दानदाताओं ने गौ सेवा कर मनाया दीपोत्सव का त्योंहार।  |  गांव ऊपनी में ग्रामीणों की अनूठी पहल, सामाजिक सुधार का लिया संकल्प  |  सुरजनसर में झोंपडिय़ों में लगी आग, पांच पशु जिंदा जले, दो परिवारों का भारी नुकसान  |  शाम की देश और राज्यों से बड़ी खबरें एक साथ  | 

आखिर क्यों अलग-अलग रंग के होते हैं पानी की बोतल के ढक्कन? क्या आप जानते हैं सही मतलब?

Post BannerPost BannerPost BannerPost BannerPost BannerPost BannerPost BannerPost BannerPost BannerPost BannerPost BannerPost BannerPost BannerPost BannerPost BannerPost BannerPost BannerPost Banner

श्रीडूंगरगढ टुडे 5 जुलाई 2025

अगर आपसे पूछा जाए कि जिंदा रहने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी कौन-सी चीज है? तो कई लोगों के जवाब अलग-अलग हो सकते हैं. कुछ लोग खाना को प्राथमिकता देंगे, तो कुछ लोग ठंड या फिर गर्मी से बचने के लिए इस्तेमाल होने वाले संसाधनों की बात करेंगे लेकिन क्या वाकई में इसके बिना जीना मुश्किल होगा? ज्यादातर लोगों का जवाब ‘नहीं’ में होगा फिर आखिर वो कौन सी चीज है, जिसके बिना हम जिंदा नहीं रह सकते? तो इसका सही जवाब है पानी. भूख लगे तो हम कुछ भी खा सकते हैं, लेकिन प्यास को बुझाने के लिए पानी सबसे ज्यादा जरूरी है,पहले यह पानी मुफ्त में मिल जाती थी,लेकिन बाजारवाद के इस दौर में अब पानी भी बिकने लगा है. लोग अपने घरों को जाते हैं, तो ट्रेन में पानी खरीदकर ही पीते हैं. वहीं, कुछ लोग घर से बाहर कहीं घूमने जाते हैं, तब भी 7म7।उ।उ पीने के लिए पानी को खरीदते ही हैं।

प्यास लगती है तो लोग अक्सर पानी का बोतल खरीद लेते हैं. लेकिन क्या आपने कभी ध्यान दिया है कि पानी की बोतलों के ढक्कन का रंग अलग-अलग होता है? क्या आप जानते हैं इसका मतलब? आखिर क्यों ढक्कन के रंग नीले, सफेद और हरे होते हैं? जानिए सही मतलब

ऐसा नहीं है कि बाहर में खुला पानी नहीं मिल सकता है, बल्कि शुद्धता की वजह से लोग टंकियों के पानी को पीने से बचते हैं. वहीं, नदियों के पानी को भी अब सीधे पीना खतरनाक है, क्योंकि बढ़ते प्रदूषण के कारण पानी का हाल भी बेहाल है. वो बैक्टिरिया से भरे पड़े हैं. ऐसे में एकमात्र विकल्प पानी का बोतल खरीदना ही बच जाता है. हम ऐसा मान लेते हैं कि बोतल बंद पानी सबसे शुद्ध होता है. लेकिन जब आप बोतल बंद पानी को खरीदते हैं, तो क्या उसके ढक्कन पर कभी ध्यान दिया है? अगर नहीं दिया, तो कभी गौर से देखिएगा. आखिर पानी की बोतल के ढक्कन का रंग अलग-अलग क्यों होता है? अब आप सोच रहे होंगे कि हो सकता है कि ये डिजाइन का मामला हो. लेकिन असल में ऐसा बिल्कुल नहीं है. इसके पीछे गूढ़ रहस्य है, जिसे जानने के बाद आप बिना पढ़े उस पानी को खरीदना छोड़ देंगे दरअसल, आपने देखा होगा कि मशहूर ब्रांड के पानी की बोतलों के ढक्कन में किसी का रंग नीला तो किसी का रंग हरा होता है. कई बोतलों में ढक्कन का रंग सफेद और काला भी होता है. अगर आपने चेक नहीं किया, तो आगे से जरूर देखिएगा, क्योंकि हर रंग का मतलब अलग-अलग होता है. इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, अगर आपने पानी की बोतल खरीदी है तो इसके ढक्कन के रंग को जरूर चेक करें. बोतल के ढक्कन का जैसा रंग होता है, उसके पानी का वैसा ही मतलब होता है. बिना ढक्कन के रंग को चेक किए कभी भी बोतल ना खरीदें।

क्या है ढक्कनों के रंग का मतलब?

आमतौर पर बाजार में पानी की बोतलों पर चार कलर के ढक्कन लगे होते हैं. इन ढक्कनों का रंग सफेद, काला, नीला और हरा होता है. भारत के सबसे प्रमुख ड्रिंकिंग वाटर ब्रांड का कलर हरा ही है. नीचे जानिए हर रंग के ढक्कन का मतलब-

काले रंग के ढक्कन वाली बोतल– इसका मतलब पानी एल्कलाइन है,एल्कलाइन वॉटर का पीएच स्तर 8 से 9.5 के बीच होता है,इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम, और पोटैशियम जैसे मिनरल्स मौजूद होते हैं। एल्कलाइन वाटर को शरीर के लिए फ़ायदेमंद माना जाता है।

सफेद रंग का ढक्कन– इसका मतलब है कि बोतल का पानी प्रोसेस्ड(फिल्टर) है।

नीले रंग का ढक्कन– इसका मतलब है कि पानी को झरने से जमा किया गया है।

हरे रंग का ढक्कन– इसका मतलब है कि पानी में फ्लेवर मिलाया गया है।

लाल रंग का ढक्कन-इसका मतलब है कि पानी इलेक्ट्रोलाइट,वाटर जो शरीर मे  मिनरल्स की कमी को पूरा करते है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

home होम live_tv लाइव टीवी
WhatsApp sports_cricket क्रिकेट subscriptions यूट्यूब