ट्रॉमा सेंटर उपजिला निर्माण संघर्ष समिति की धरना स्थल पर अहम बैठक हुई है। जिसमें आगे की रणनीति तय की गयी बैठक में पूर्व विधायक गिरधारीलाल महिया ने कहा की सरकार ने मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान संघर्ष समिति के लोगों के साथ दमनकारी नीति अपनायी संघर्ष समिति के लोगो कों शांतिपूर्ण तरिके से ज्ञापन देने जाते हुए गिरफ्तार कर लिया तथा धरनार्थीयों कों और SFI के छात्र नेताओं कों अल सुबह घर से गिरफ्तार करना, ये सरकार का डर तथा अमानवीय व्यवहार दर्शाता है और ये लोकतंत्र की सरासर हत्या है।
सीएम की घोषणा को बताया जुमला, झंवर बस स्टैंड वाली भूमि पर ही चाहिए निर्माण
संघर्ष समिति के मदनलाल प्रजापत, राजेंद्र प्रसाद स्वामी, रामकिशन गावड़िया, प्रकाश गाँधी ने कहा की कल मुख्यमंत्री ने श्रीडूंगरगढ़ मे आम सभा दौरान कहा था की ट्रॉमा सेंटर हम बनाएंगे, जमीन भी देंगे, और पैसे भी हम देंगे परन्तु ये एक जुमला है,लेकिन ऐसी घोषणाएं पहले भी कई बार हुई हैं। हमें अब कागज़ी बातें नहीं, धरातल पर काम चाहिए।” संघर्ष समिति की सर्व सहमति से ये निर्णय लिया है की जब तक पूर्व ने निर्धारित झंवर बस स्टैंड के पास विवादित भूमि पर सरकार द्वारा जब तक ट्रॉमा सेंटर और उप जिला अस्पताल का निर्माण शुरू नहीं होता है तब तक ये धरना निरंतर जारी रहे।।
बैठक में ये रहे शामिल:-
पूर्व विधायक गिरधारीलाल महिया,मदनलाल प्रजापत रामकिशन गावड़ीया, प्रकाश गाँधी एसएफ़आई जिला सह सयोंजक विवेक लावा, पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश ज्याणी गिरधारी जाखड़, राजाराम गोदारा, जगदीश रेगर, सुभाष जावा,सतुनाथ, अमीर खान, मालाराम कुलडीया, लालाराम सारण उप सरपंच टेऊ, मुखराम नायक, रेवंतराम मेघवाल काननाथ सिद्ध,भंवरलाल प्रजापत, हरी प्रसाद सिखवाल चुन्नीलाल टाडा, सुनील सरपंच टेऊ, चोखाराम गोदारा जावेद बहलीम, सोहनलाल महिया,डूंगरमहिया सहित संघर्ष समिति के अनेक सदस्य मौजूद रहे







