श्रीडूंगरगढ़ टुडे 31 अगस्त 2025
श्रद्धालुओं का उमड़ता सैलाब, बाबा की चौखट पर पहुंचने को हर कोई लालायित, मंदिर परकोटे में एक किमी लम्बी जिगजैग लाईन,हर मुख पर बाबा के जयकारे… यह नजारा था शनिवार को पूनरासर धाम में शनिवार को भरें भादवा मेले का। शनिवार को पूनरासर धाम में भरें मेले में लाखों श्रद्धालुओं ने अनुशासित तरीके से कतारबद्ध होकर मंदिर की चौखट पर मत्था टेक कर बाबा के दर्शन किए और मनौतियां मांगी। शाम को तेनानी परिवार बीकानेर की ओर से संध्याकालीन पूजा अर्चना के साथ ही पूनरासर धाम में तीन दिनों से चल रहा भादवा मेले विधिवत रूप से संपन्न हो गया। निज मंदिर में प्रवेश से पूर्व मंदिर सभागार में बागड़ी परिवार की ओर से फूलों से विशेष सजावट कर रंगोली सजाई गई। इसी के पास छप्पन भोग का प्रशाद सजाया गया। निज मंदिर में विशेष सजावट की गई तो मंदिर परकोटे पर भी रोशनी की विशेष सजावट थी।शनिवार तड़के पांच बजे बागड़ी परिवार बीकानेर की ओर से बाबा का विशेष शृंगार किया गया। पुजारी बेगराज बोथरा ने ज्योत प्रज्वलित कर बाबा की विशेष पूजा अर्चना की। इस मौके पर मंदिर सभागार में उपस्थित बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने जोत के दर्शन कर हनुमान चालीसा के सामूहिक पाठ किया। इसी के साथ शुरू हुआ पूजा अर्चना व बाबा के दर्शनों का सिलसिला देर शाम तक चलता रहा। मंदिर परकोटे से काफी बाहर तक महिला-पुरुष श्रद्धालुओं की लम्बी कतारें लगी हुई थी। इसके बावजूद किसी भी श्रद्धालुओं के चेहरे पर शिकन तक नही थी लम्बे इंतजार के बाद निज मंदिर में प्रवेश करते ही श्रद्धालुओं के चेहरे खिल उठते। हर कोई बाबा के दर्शन कर खुद को सौभाग्यशाली मान रहा था। श्रद्धालुओं ने बाबा के दरबार में आटे-घी-शक्कर से बने चूरमे का भोग लगाकर माथा टेका व अपने संकटों को हरने के साथ ही कृपा दृष्टि बरसाने की अरदास की। श्रद्धालुओं ने खेजड़ी बालाजी मंदिर मे भी धोक लगाई तथा पवित्र खेजड़ी को मोली बांधकर मन्नतों के नारियल बांधे। खेजड़ी बालाजी मंदिर मे श्रद्धालुओं ने गठजोड़े के साथ जात दी। नवजात शिशुओं झडूला उतरवाया।

बाबा के दरबार में श्रद्धालुओं के सहयोग से श्रद्धालुओं को बांटा आटा-घी-शक्कर
बारीदार पुजारी के डालचंद बोथरा, अमरचंद बोथरा ने बताया कि मेले में आएं श्रद्धालुओं को चूरमा बनाने के लिए दानदाताओं के सहयोग से इन तीन दिनों में 25 क्विंटल आटा, 25 पींपा घी व 3 क्विंटल शक्कर का वितरण किया गया। इसी के साथ उन्हें निशुल्क ईंधन, लकड़ी, बर्तन भी उपलब्ध करवाए गए।

बाबा का चला भंडारा
श्रीपूनरासर धाम में श्रीपूनरासर सेवा समिति मोडा मंडल की ओर से सावित्री भवन के पास टेंट लगाकर केशर युक्त चूरमा, दाल-चावल का भंडारा किया गया। मंडल के अध्यक्ष शिवनारायण सारस्वत,शिव सोलंकी ने बताया कि कोलायत की मिट्टी से श्रीपूनरासर बाबा की प्रतिमा तैयार कर बालब्रह्मचारी जयशंकरजी के सान्निध्य में पंचामृत से स्नान कराकर बाबा की विशेष पूजा अर्चना की। टेर मंडल, श्रीराम भोजनालय, जयराम धर्मशाला में भी दो दिनों से बाबा का भंडारा चल रहा है।

मात्र सवा रुपए में बाबा के दरबार में रोशनी व्यवस्था
श्री पूनरासर बाबा की सेवा में किराड़ू लाईट डेकोरेशन व व्यास टी स्टोर (भरत काका) द्वारा गत 34 वर्षों से निरन्तर पूनरासर हनुमान जी निज मंदिर, परकोटे सहित लाईट और डेकोरेशन का काम मात्र सवा रुपए में किया जा रहा है। संस्था के सत्यनारायण किराड़ू ने बताया कि यहां साल में तीन मेले भरते हैं जो क्रमशः हनुमान जयंती, भादवा मेला, शरद पूर्णिमा मेला, नववर्ष पर मात्र सवा रुपए की मजदूरी में लाईट व डेकोरेशन कार्य की सुगम व्यवस्था की जाती है। डेकोरेशन कार्य में विगत काफी वर्षों से, श्रीगणेश, डोली महाराज, पीके. मुश्ताक, घनश्याम व अन्य सहयोगी इलेक्ट्रीशियन इस कार्य को बखूबी निभा रहे हैं।

मेला शांतिपूर्ण निपटा तो प्रशासन ने ली राहत की सांस
श्री पूनरासर में भरे भादवा मेले में करीब तीन लाख श्रद्धालुओं ने बाबा के दरबार में हाजिरी लगाई। पुजारी ट्रस्ट के सदस्यों सहित जिला व पुलिस प्रशासन का पूरा जाब्ता इसी काम में जुटा रहा कि बाबा के दरबार में धोक लगाकर श्रद्धालु आराम से अपने घरों को लौट सके। जब शाम को महाआरती के बाद श्रद्धालु अपने घरों की ओर लौटने लगे तो प्रशासन ने राहत की सांस ली। पिछले तीन दिनों से मेले में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए एसडीएम श्रीडूंगरगढ़ शुभम शर्मा, एडीशनल एसपी कैलाश सांधू, डीवाईएसपी सुखदेव सिंह, श्रीडूंगरगढ़ सीओ निकेत पारीक, सेरुणा एसएचओ पवन शर्मा सहित पुलिस टीम जुटी रही।
मोबाइल टावर पर दबाव बढ़ा तो ठप हुई नेटवर्क व्यवस्था
भादवा मेले में इस बार श्रद्धालुओं को मोबाइल नेटवर्क की सबसे बड़ी परेशानी झेलनी पड़ रही है। मेले के शुभारंभ से पहले ही नेटवर्क व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गई है। लाखों की संख्या में देश भर से आए यात्रियों के कारण मोबाइल टावरों पर दबाव बढ़ा और स्थिति यह हो गई कि न तो कॉल लग रही है और न ही इंटरनेट काम कर रहा है। लोग मोबाइल हाथ में लिए लगातार नेटवर्क पकडऩे की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कॉल बार-बार कट रही है। इंटरनेट की स्पीड इतनी कमजोर है कि सोशल मीडिया या डिजिटल लेनदेन तक संभव नहीं हो पा रहा। पिछले एक दशक में पहली बार मेला क्षेत्र की नेटवर्क व्यवस्था इस स्तर पर गिरी है, जबकि जिम्मेदारों ने इस समस्या पर अब तक कोई वैकल्पिक कदम नहीं उठाया है।
अपनों से बिछड़े, सूचना केंद्रों पर भीड़
नेटवर्क ठप होने के कारण मेला क्षेत्र में अपनों से बिछड़े श्रद्धालु अब सूचना केंद्रों का सहारा ले रहे हैं। दर्जनों लोग अपनों की तलाश में यहां पहुंच रहे हैं। केंद्र पर लगातार घोषणाएं हो रही हैं और कई परिजनों को मिलवाया जा रहा है। हनुमानगढ़ से आए रामकिशन कहते हैं कि मेले में आते हैं तो सबसे पहले परिवार और दोस्तों से संपर्क जरूरी होता है। इस बार न कॉल होती है न नेट चलता है। नेटवर्क सही हो, ऐसी व्यवस्था जरूरी है। चुरु से आए महेश कुमार का कहना है कि हर साल आते हैं, लेकिन इस बार नेटवर्क की वजह से परेशानी बहुत बढ़ गई। बच्चे भीड़ में बिछड़ जाते हैं तो चिंता और बढ़ जाती है।
डिजीटल भुगतान पर ब्रेक
नेटवर्क ठप होने का सबसे बड़ा असर डिजिटल लेनदेन पर पड़ा है। दुकानदारों और यात्रियों दोनों के सामने मुश्किल खड़ी हो गई है।खाने-पीने से लेकर होटल और कमरे तक का भुगतान डिजिटल माध्यम से नहीं हो पा रहा। दुकानदार रामप्रताप गोदारा बताते हैं कि लोग यूपीआइ से भुगतान करना चाहते हैं, लेकिन नेटवर्क न होने से मशीन ही काम नहीं करती। कई बार ग्राहक के पास नकद नहीं होता, तब दोनों पक्षों को दिक्कत होती है।
सूडसर में भरा बाबा का मेला
सूडसर गांव के मनसापूर्ण हनुमानजी मंदिर में शनिवार को बाबा का मेला भरा। मंदिर में शनिवार को ब्रह्म मुहूर्त में पुजारी रामचन्द्र स्वामी परिवार की ओर से बाबा का विशेष श्रृंगार व पूजा अर्चना की गई। मंदिर में उपस्थित श्रद्धालुओं ने ज्योत दर्शन के साथ ही हनुमान चालीसा के सामूहिक पाठ किए। रात्रि को मंदिर में महाआरती और जागरण के आयोजन हुए। मंदिर में शनिवार सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। श्रद्धालुओं ने मंदिर में बालाजी को दाल बाटी चूरमा सवामणी का भोग लगाया और अपने संकटों को हरने की अरदास की। श्रद्धालुओं ने बी मंदिर में सूडसर हनुमान जी के दर्शन करने के साथ ही मंदिर परकोटे में बने अंजनी माता मंदिर, राम दरबार मंदिर में भी भोग लगाई। रविवार को प्रातः कालीन महाआरती के साथ ही मेला संपन्न हो जाएगा।

