श्रीडूंगरगढ़ टुडे 1 सितंबर 2025
तेरापंथ धर्मसंघ के नवम आचार्य तुलसी के आचार्य पद पर आसीन होने का दिन विकास महोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इसी क्रम में सोमवार को श्रीडूंगरगढ़ सेवाकेंद्र मालू भवन में 32वां विकास महोत्सव और विवेक भंसाली की पखवाड़े (15 दिन की तपस्या) की तपस्या की अनुमोदना का कार्यक्रम भव्य रूप से आयोजित हुआ। सेवा केंद्र व्यवस्थापिका साध्वी संगीतश्री एवं डॉ. परमप्रभा के सान्निध्य में यह आयोजन सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम का शुभारंभ साध्वीवृन्द शांतिप्रभा, साध्वी कमलविभा, साध्वी मुदिताश्री, साध्वी कर्तव्ययशा, साध्वी श्रेयसप्रभा और साध्वी प्रेक्षाप्रभा ने मंगलाचरण से किया। इसके पश्चात साध्वी पुनीतप्रभा, साध्वी ऋजुप्रज्ञा, साध्वी शांतिप्रभा और साध्वी कमलविभा ने अपने विचार रखे।
तपस्वी का सम्मान
कार्यक्रम के दूसरे चरण में भाई विवेक भंसाली की पखवाड़े-15 तपस्या की अनुमोदना हुई। इस अवसर पर श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा से मंत्री प्रदीप पुगलिया, तेरापंथ युवक परिषद से सहमंत्री सुमित बरडिया, तेरापंथ महिला मंडल से कोषाध्यक्ष सुमन पुगलिया, तेरापंथ किशोर मंडल शुभम बोथरा, विमला देवी मालू, टीटलागढ़ से आए निर्मल जैन तपस्वी के परिवार से संपतदेवी मालू और मंजू झाबक ने अपने विचार व्यक्त किए। तपस्वी विवेक भंसाली की अनुमोदना गीतिका और वक्तव्य से की गई।
साध्वीवृन्द के संदेश
सेवा केंद्र व्यवस्थापिका साध्वी संगीतश्री एवं डॉ. साध्वी परमप्रभा ने विकास महोत्सव की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह आयोजन संघ के आध्यात्मिक, सामाजिक, शैक्षणिक और संगठनात्मक विकास का प्रतीक है। तपस्या आत्मशुद्धि का मार्ग है और समाज के लिए प्रेरणास्रोत भी है।
इस अवसर पर श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा, तेरापंथ महिला मंडल, तेरापंथ युवक परिषद के पदाधिकारी, कार्यसमिति सदस्य और समाज के गणमान्य लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। तपस्वी विवेक भंसाली का सम्मान साहित्य भेंट कर किया गया। कार्यक्रम का संचालन महिला मंडल की उपाध्यक्ष मधु झाबक ने किया।


