श्रीडूंगरगढ़ टूडे 17 अक्टूबर 2025
केन्द्रीय विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और विधायक ताराचंद सारस्वत ने शुक्रवार को श्रीडूंगरगढ़ विधानसभा क्षेत्र में 100 करोड़ रुपए से अधिक राशि के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।
इस अवसर पर 2.80 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले डाॅ. बी.आर. अम्बेडकर राजकीय छात्रावास के भूमि पूजन किया गया। केन्द्रीय मंत्री मेघवाल ने इस अवसर पर कहा कि भवन निर्माण में गुणवत्ता और समयबद्धता का विशेष ध्यान रखें। संबंधित अधिकारी निर्माण कार्य का नियमित निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि इस छात्रावास में रहने वाले विद्यार्थियों को शिक्षा का बेहतर वातावरण मिलेगा जिससे वे जिम्मेदार नागरिक बनेंगे


विधायक सारस्वत ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र को 100 करोड़ रुपए से अधिक राशि के कार्यों की सौगातें मिली हैं। यह मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की दूरगामी सोच का परिणाम है। उन्होंने कहा कि निर्माणाधीन भवन के भूतल का क्षेत्रफल 703.50 वर्गमीटर तथा प्रथम तल का क्षेत्रफल 689.23 वर्गमीटर है। इसमें 13 शयन कक्ष, एक-एक कार्यालय कक्ष, बैठक कक्ष एवं गार्ड कक्ष, एक रसोईघर मय भोजन कक्ष, एक वाचनालय, दस-दस स्नानघर एवं शौचालय, एक काॅमन रूम तथा भंडार सहित आवश्यक सुविधाए बनाई जाएगी इसे जुलाई 2026 में पूर्ण कर लिया जाएगा।


भोजास को मिला 33/11 केवी जीएसएस
साथ ही भोजास में 2.50 करोड़ रुपए की लागत से बने जीएसएस का लोकार्पण किया गया। जिससे क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति में सुधार होगा। झंझेऊ में 3 करोड़ रुपए की लागत से सामुदायिक भवन, बरामदा, शेड जैसे अन्य निर्माण कार्यों का लोकार्पण हुआ


नारसीसर को दी रेलवे अंडर ब्रिज की सौगात
नारसीसर से कुचोर के रास्ते में बने आरयूबी का लोकार्पण किया। जिससे आवागमन सुगम होगा।


विद्युत तंत्र सुदृढ़ीकरण के तहत तोलियासर में 132 केवी जीएसएस का भूमि पूजन किया।जालबसर में 2.50 करोड़ रुपए की लागत से 33/11 केवी जीएसएस का लोकार्पण तथा गुसांईसर बड़ा में 48.52 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले 132 केवी जीएसएस का भूमि पूजन किया। श्री मेघवाल ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा विद्युत सुदृढ़ीकरण की दिशा में करवाए जा रहे कार्य आने वाले समय में मील का पत्थर साबित होंगे।
इस दौरान श्री विश्वकर्मा कौशल विकास बोर्ड के चेयरमेन श्री राम गोपाल सुथार, श्री मानसिंह राहपुरोहित, श्री राधेश्याम दर्जी, श्री महेन्द्र सिंह, श्री नरेश मोट तथा श्री रामेश्वर पारीक सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी साथ रहे।